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दुनिया

बांग्लादेश में रोहिंग्या आतंकियों को बांटे जा रहे पाकिस्तान से आए हथियार, ट्रेनिंग भी दे रहे; पीछे ISI का हाथ

बांग्लादेशी मीडिया में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक बांग्लादेश के कथित शरणार्थी कैंप्स में छिपे रोहिंग्या आतंकियों को हथियार बांटे जा रहे हैं.

Pakistani Weapons in Bangladesh: बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार रोहिंग्या आतंकियों का लश्कर तैयार करने में जुटी है. बांग्लादेशी मीडिया में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक बांग्लादेश के कथित शरणार्थी कैंप्स में छिपे रोहिंग्या आतंकियों को हथियार बांटे जा रहे हैं. ये हथियार पाकिस्तान से बांग्लादेश पहुंचाए गए थे और इन हथियारों की सप्लाई के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का हाथ है.

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दावा ये भी किया जा रहा है कि पाकिस्तान से आए आतंकी कॉक्स बाजार में रोहिंग्या आतंकी संगठन के लिए नए रंगरूटों को ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. छोटी खेप में ये हथियार रोजाना चटगांव से कॉक्स बाजार सप्लाई किए जा रहे हैं. रोहिंग्या आतंकियों के नए लश्कर के जरिए मोहम्मद यूनुस एक तीर से दो शिकार करना चाहते हैं. कौन हैं मोहम्मद यूनुस के दो टारगेट और क्या वाकई ये रोहिंग्या आतंकी यूनुस के प्लान को कामयाब कर पाएंगे.

बांग्लादेश बॉर्डर पर अराकान आर्मी

अराकान आर्मी… म्यांमार की वो मिलिशिया, जो बांग्लादेश के बॉर्डर पर दस्तक दे रही है. यूनुस के इस प्लान से पर्दा उठाया है बांग्लादेश के वरिष्ठ पत्रकार सलाऊद्दीन शोएब चौधरी ने, जिन्होंने एक्स पर पोस्ट किया और लिखा, ‘रोहिंग्या मुस्लिमों के आतंकी संगठन ARSA को ISI से हथियार मिल गए हैं. ये हथियार रोहिंग्या कैंप्स में बांटे गए हैं और नए हथियार मिलने के बाद रोहिंग्या आतंकियों ने म्यांमार-बांग्लादेश बॉर्डर पर एक गांव पर हमला भी किया है.

दरअसल, बांग्लादेश बॉर्डर पर अराकान आर्मी के आने के बाद से बांग्लादेश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है. अराकान आर्मी ने अब तक हमला नहीं किया है, लेकिन चेतावनी दी है अगर रोहिंग्या आतंकियों को बांग्लादेशी फौज से मदद और शरण जारी रही तो बांग्लादेश बॉर्डर पर वो कार्रवाई के लिए मजबूर हो जाएंगे.

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इस धमकी के बाद यूनुस सरकार ने रोहिंग्या आतंकियों की मदद से इंकार किया था, लेकिन सच्चाई का खुलासा खुद रोहिंग्या आतंकियों के सरगना अबू अम्मार जुनूनी ने कर दिया, जब उसने एक बयान जारी कर बांग्लादेशी फौज को मदद के लिए शुक्रिया कहा. अबू अम्मार जुनूनी ने कहा, ‘यूनुस को  पता है कि अराकान आर्मी के गुरिल्ला वॉरफेयर से बांग्लादेशी फौज को नुकसान होगा. इसी वजह से वो रोहिंग्या आतंकियों को हथियारबंद कर रहे हैं, ताकि जो काम बांग्लादेशी फौज को करना है, वो रोहिंग्या आतंकी करें.’

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क्या है यूनुस की दूसरी साजिश?

ये तो यूनुस का पहला निशाना था, अब समझिए रोहिंग्या आतंकियों के जरिए यूनुस और पाकिस्तान कौन सी दूसरी साजिश को रच रहे हैं. दरअसल, यूनुस पाकिस्तान की तर्ज पर बांग्लादेश में भी Non State Actors पैदा करना चाहते हैं. जिस तरह लश्कर ए तोएबा और जैश ए मोहम्मद के जरिए पाकिस्तान ने भारत में आतंक फैलाया, उसी तरह रोहिंग्या आतंकियों को यूनुस भारत के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहते हैं.

भारत के लिए चिंता की बात

भारत और बांग्लादेश बॉर्डर पर घुसपैठ करने के लिए कई इलाके पहले से मौजूद हैं. साथ ही साथ भारत में रोहिंग्या घुसपैठिए भी मौजूद हैं. अधिकारिक तौर पर भारत में 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान हैं, लेकिन आशंका जताई जाती है कि ये तादाद लाखों में हो सकती है. ऐसे में घुसपैठ और स्थानीय समर्थन का पूरा ईको सिस्टम पहले से मौजूद है, जिसका इस्तेमाल कर यूनुस रोहिंग्या आतंकियों के जरिए छद्म युद्ध छेड़ने की फिराक में हैं. भारत सरकार को भी यूनुस और पाकिस्तान के इस प्लान की भनक है. यही वजह है कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही भारत में घुसपैठियों के खिलाफ अभियान चल रहे हैं. ताकि रोहिंग्या आतंकियों को हमले करने के लिए सपोर्ट सिस्टम ना मिले.

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