House Price : देश में प्रॉपर्टी का बाजार किस कदर बढ़ रहा है, इसका अंदाजा साल 2024 की हालिया रिपोर्ट से ही लगता है. प्रॉपर्टी परामर्शदाता फर्म एनारॉक ने बताया है कि इस साल देश के 7 प्रमुख शहरों में मकानों की कीमत औसतन 21 फीसदी बढ़ी है.
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नई दिल्ली. अगर आप भी मकान खरीदने की तैयारी में है तो यह खबर आपके होश उड़ा देगी. साल 2024 में देश के 7 प्रमुख शहरों में मकानों की औसत कीमत में 21 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. बढ़ती कीमत की वजह से ही मकानों की बिक्री में गिरावट भी आई है और देश के 7 प्रमुख शहरों में बिक्री 4 फीसदी गिरकर 4.6 लाख रह गई. एक तरफ मकानों की संख्या में कमी आई है तो दूसरी ओर कीमत बढ़ने की वजह से मूल्य के हिसाब से 16 फीसदी का इजाफा हुआ और कुल बिक्री 5.68 लाख करोड़ रुपये पहुंचने का अनुमान है.
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के अनुसार, भूमि, श्रम तथा निर्माण संबंधी कुछ कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के कारण इस साल सात प्रमुख शहरों में औसत आवास की कीमतों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. भारत में अग्रणी आवास ब्रोकरेज कंपनियों में से एक एनारॉक ने 2024 में बिक्री की मात्रा में गिरावट के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच नियामक अनुमोदन में देरी तथा आवास परियोजनाओं की पेशकश में कमी को जिम्मेदार ठहराया है. फिर भी आवास की कीमतों में वृद्धि से इस वर्ष मूल्य के संदर्भ में बिक्री में तेज वृद्धि हुई है.
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कितनी रही मकानों की बिक्री
एनारॉक ने अपने आवास बाजार के आंकड़े जारी किए, जिसमें 2024 में सात प्रमुख शहरों में बिक्री में मामूली चार प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,59,650 इकाई रह जाने का अनुमान है जबकि 2023 में यह 4,76,530 इकाई थी. आवासीय इकाइयों की कुल बिक्री मूल्य 2024 में 16 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ 5.68 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो इससे पिछले वर्ष 4.88 लाख करोड़ रुपये था.
नए आवास बनाने में भी सुस्ती
नई आवासीय संपत्तियों की आपूर्ति पर एनारॉक के आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में 4,45,770 इकाइयों की तुलना में 2024 में यह आंकड़ा सात प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,12,520 इकाई ही रहा है. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘भारतीय आवास क्षेत्र के लिए 2024 मिलाजुला रहा है. आम और विधानसभा चुनावों के नकारात्मक प्रभाव के अलावा, परियोजना लांच करने में भी कमी आई जिससे नए आवासों की आपूर्ति पर असर पड़ा है.’
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एक तरफ कमी दूसरी ओर तेजी
अनुज पुरी के अनुसार, 2023 की तुलना में बिक्री में मामूली गिरावट देखी गई, लेकिन औसत मूल्य वृद्धि तथा इकाई आकार में वृद्धि से कुल बिक्री मूल्य में 16 प्रतिशत की वृद्धि से इसकी भरपाई हो गई. पुरी ने कहा कि वर्ष 2024 में शीर्ष सात शहरों में औसत कीमत में 21 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई है.