Best FD Rates: विभिन्न अवधि वाली एफडी स्कीम पर कई स्मॉल फाइनेंस सालाना 9.5 फीसदी तक रिटर्न ऑफर कर रहे हैं. अगर आप अपनी सेविंग पर अच्छी कमाई करना चाहतें हैं तो यहां लिस्ट चेक कर सकते हैं.
Highest Interst Rate on Small Finance Bank’s FD: फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को कई फायदों के कारण सबसे सुरक्षित निवेशों में से एक माना जाता है. अपनी सेविंग पर जोखिम न चाहने वाले निवेशकों के बीच ये एक लोकप्रिय विकल्प है. इसमें निवेशकों का पैसा सुरक्षित रहता है. एफडी में पैसे रखने पर निवेशकों का पैसा निश्चित अवधि के लिए लॉक् हो जाता है और उन्हें जमा पर तय दर से रिटर्न की गारंटी भी मिलती है.
भारत में फिक्स्ड डिपॉजिट सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है. ज्यादातर लोग निवेश के लिए एफडी को अच्छा विकल्प मानते हैं और इसमें अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा लगाते हैं. किसी बैंक के एफडी स्कीम में अपनी गाढ़ी कमाई रखने से पहले निवेशकों को कुछ जरूरी बातें समझ लेनी चाहिए.
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फिक्स्ड डिपॉजिट की क्या है खासियत
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुताबिक FD में निवेश की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक होती है. यह हर बैंक में अलग-अलग होती है.
निवेशित राशि पर रिटर्न समय-समय पर संयोजित होता है; यह तिमाही, वार्षिक या मासिक हो सकता है.
वरिष्ठ नागरिकों को आमतौर पर बैंक अपने आम ग्राहकों की तुलना में 0.5% और उससे अधिक रिटर्न ऑफर करते हैं
समयपूर्व और आंशिक निकासी आमतौर पर दंड के साथ की जाती है.
एक बार एफडी परिपक्व हो जाने पर, परिपक्वता राशि को पुनः निवेश किया जा सकता है.
यह समझने के लिए कि क्या सावधि जमा में निवेश करना सबसे अच्छा विकल्प है, हमें सावधि जमा खाते के फायदे और नुकसान पर गौर करना होगा.
एफडी में पैसे लगाने के क्या हैं लाभ?
FD में पैसे रखने के कई फायदे भी हैं
एफडी में निवेशकों पैसा सुरक्षित रहता है और यहां पैसा चोरी होने का खतरा नहीं होता.
एफडी में निवेश पर रिटर्न की गारंटी मिलती है.
एफडी में निवेश करने के लिए, आपको बाजार की स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत नहीं होती.
FD में निवेश करने के लिए, आपको बड़े निवेश की जरूरत नहीं होती.
एफडी में निवेश करने पर, डिफ़ॉल्ट का खतरा भी कम होता है.
क्या एफडी पूरी तरह है सुरक्षित?
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) आमतौर पर कई अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में सुरक्षित होते हैं, लेकिन ये पूरी तरह से बिना जोखिम के नहीं होते. निवेशकों को कुछ जोखिमों के बारे में जानना चाहिए, जैसे ब्याज दर का जोखिम, महंगाई का जोखिम, और डिफॉल्ट का जोखिम.
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ब्याज दर का रिस्क
FD की ब्याज़ दरें समय के साथ नहीं बढ़तीं. ये महंगाई दर बढ़ने के साथ नहीं बढ़तीं. ऐसे अगर आप बढ़ती महंगाई दर का सामना करना चाहते हैं, तो FD आपके लिए सही विकल्प नहीं होगा.
टैक्स का जोखिम
अगर आपकी FD ब्याज़ आय एक निश्चित सीमा से ज़्यादा है, तो बैंक आपके ब्याज़ का 10% TDS काट लेगा. आम तौर पर, यह सीमा आम नागरिकों के लिए 40,000 रुपये और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50,000 रुपये है.
लिक्विडिटी का जोखिम
लिक्विडिटी की कमी और समय से पहले निकासी पर पेनाल्टी
FD में आपका पैसा एक निश्चित समय के लिए लॉक हो जाता है, यानी आप इसे तुरंत नहीं निकाल सकते. यह एक सुरक्षित निवेश है, लेकिन इसमें आपकी राशि जल्दी से उपलब्ध नहीं होती. अगर आप अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए मैच्योरिटी से पहले पैसे निकालने की कोशिश करते हैं, तो बैंक एफडी पर मिलने वाले ब्याज में कटौती कर सकत है. मतलब आपको अपने पैसे निकालने के लिए कुछ अतिरिक्त राशि चुकानी पड़ सकती है. ऐसे में किसी बैंक FD में पैसे लगाने से पहले यह समझना जरूरी है कि अगर आपको अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर कितना पेनाल्टी यानी मैच्योरिटी से पहले निकासी पर ब्याज दर में कितनी कटौती की जाएगी. ये सभी फैक्टर आपके निवेश के कुल रिटर्न और सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए FD का चुनाव करते समय इन बातों पर ध्यान देना जरूरी है.
एफडी पर कहां मिल रहा है सबसे अधिक ब्याज
सरकारी और प्राइवेट बैंक की तुलना में इन दिनों स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी पर बेहतर रिटर्न ऑफर कर रहे हैं. इन बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर निवेशकों को 9.5% तक रिटर्न मिल रहा हैं. ये दर उन जमा राशियों के लिए है जो 3 करोड़ रुपये से कम हैं. एफडी से जुड़े तमाम जरूरी पहलुओं को समझने के बाद अगर आप अपनी सेविंग को बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो नीचे दिए गए स्मॉल फाइनेंस बैंक की लिस्ट चेक कर सकते हैं.
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स्मॉल फाइनेंस बैंक का नाम | आम लोगों के लिए ब्याज दर (%) | टेन्योर | सीनियर सिटिजन के लिए ब्याज दर |
AU Small Finance Bank | 8.00 | 18 months | 8.5 |
Equitas Small Finance Bank | 8.25 | 888 days | 9 |
ESAF Small Finance Bank | 8.25 | 2 years to less than 3 years | 8.75 |
Jana Small Finance Bank | 8.25 | 1 year to 3 years | 8.75 |
NorthEast Small Finance Bank | 9.00 | 546 days to 1111 days | 9.5 |
Suryoday Small Finance Bank | 8.60 | Above 2 years to 3 years | 9.1 |
Ujjivan Small Finance Bank | 8.25 | 12 months | 8.75 |
Unity Small Finance Bank | 9.00 | 1001 days | 9.5 |
Utkarsh Small Finance Bank | 8.50 | 2 years to 3 years; 1500 days | 9.1 |
(नोट : विभिन्न अवधि वाली एफडी के लिए ब्याज दरों की ये लिस्ट पैसा बाजार डॉट काम द्वारा तय की गई है. पाठकों की जानकारी के लिए यहां लिस्ट शेयर की गई है. बैंक समय-समय पर अपने ब्याज दरों में बदलाव करते रहते हैं ऐसे में निवेशकों को सलाह है कि उपरोक्त किसी बैंक एफडी में पैसा लगाने से पहले संबंधित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से ब्याज दर की सटीक जानकारी हासिल कर लें.)
आखिर क्यों देते हैं ज्यादा ब्याज
प्रमुख बैंकों से बेस में बहुत छोटे होने के बाद भी स्मॉल फाइनेंस बैंक अपनी जमा पर हायर इंटरेस्ट रेट (FD Rates) ऑफर करते हैं, इसीलिए सवाल उठता है कि क्यों? असल में इसके पीछे की वजह यह है कि इनको लोन बिजनेस से ब्याज आता है. ये आमतौर पर उन लोगों को लोन देते हैं, जिन्हें प्रमुख बैंकों से होम लोन या व्हीकल लोन नहीं मिल पाता है. लोन देने के लिए पैसा जुटाने के लिए ये ज्यादा ब्याज देकर एफडी करने वाले ग्राहकों को आकर्षित करते हैं. वहीं ये लोन के बदले ब्याज भी ज्यादा लेते हैं.
यहां समझने वाली बात यह है कि प्रमुख बैंक उन लोगों को लोन देने से मना करते हैं, जिनके बारे में उन्हें लगता है कि उनकी उधार चुकाने की क्षमता मजबूत नहीं है. लेकिन स्मॉल फाइनेंस बैंक ऐसे लोगों को लोन देते हैं. इसलिए लोन डिफॉल्ट का भी खतरा होता है. इसलिए इन बैंकों की जमा को लेकर कुछ रिस्क होता है. हालांकि इनके लोन का टिकट साइज कम होता है, इसलिए रिस्क भी कुछ कम हो जाता है.
RBI द्वारा मिलता है लाइसेंस
स्मॉल फाइनेंस बैंक को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लाइसेंस मिलता है और रेगुलेट किया जाता है. आरबीआई ही एसएफबी के कामकाज के लिए समय समय पर दिशा-निर्देश देता है और नियमित रूप से उनके संचालन की मॉनिटरिंग करता है. सेंट्रल बैंक के नियम यह सुनिश्चित करते हैं कि एसएफबी उचित रिस्क मैनेजमेंट प्रैक्टिस का पालन करते हुए पर्याप्त पूंजी पर्याप्तता अनुपात बनाए रखें. इसके बाद भी आप एफडी करने के पहले कुछ बातों की स्टडी कर सुरक्षा की जांच कर सकते हैं. रिस्क की पहचान के लिए बैंकों के स्ट्रक्चर, उनकी ग्राहकों तक पहुंच और फाइनेंस को समझना जरूरी है.
बैंक की रेटिंग चेक करें
अक्सर स्माल फाइनेंस बैंक की एफडी स्कीम की रेटिंग क्रेडिट रेटिंग (Credit Rating) एजेंसियों द्वारा की जाती है. CRISIL, ICRA और CARE जैसी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां SFB को उनकी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी, एसेट क्वालिटी, मैनेजमेंट की क्षमता और अन्य मापदंडों के आधार पर रेट करती हैं. हाई क्रेडिट रेटिंग का संकेत है कि वित्तीय स्थिति मजबूत है और जमाकर्ताओं की जमा राशि लौटाने में रिस्क बहुत कम है. जबकि खराब रेटिंग वाले बैंकों से दूर रहने में भलाई है.
कितना फंड है सुरक्षित
किसी बैंक में 5 लाख रुपये तक की जमा इंश्योर्ड होती है. यह राशि डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) के डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रोग्राम के तहत इंश्योर्ड होती है. यह गारंटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में डिपॉजिट्स पर भी मिलती है. इसका मतलब हुआ कि अगर आपने किसी स्माल फाइनेंस बैंक में अपने पैसे किसी भी रूप में जमा किए हैं, तो अधिकतम 5 लाख रुपये तक की जमा सुरक्षित रहेगी और अगर किसी वजह से बैंक डिफॉल्ट हो जाता है तो आपको 5 लाख रुपये तक मिलेंगे. बेहतर है कि आप इससे ज्यादा की राशि एक ही बैंक में न जमा करें.
( सोर्स : बैंक वेबसाइट्स, बैंक बाजार, पैसा बाजार)