2025 के पहले आईपीओ के तौर पर इंडो फार्म इक्विपमेंट कंपनी की शुरुआत हुई है. हालांकि कंपनी ने प्रॉफिट दिखाया है, मगर यह वैसा नहीं है, जिसकी उम्मीद की गई थी. लिस्टिंग से एक दिन पहले ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 50 फीसदी से अधिक चल रहा था, लेकिन लिस्टिंग पर इसने 20 फीसदी गेन ही दिखाया.
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IPO News: पिछले साल विदेशी निवेशकों द्वारा भारतीय बाजार में तगड़ी सेलिंग की गई, जिससे शेयर बाजार वैसा रिटर्न देने में नाकामयाब रहा, जैसा कि देना चाहिए था. खबर आई थी कि बड़े निवेशक आईपीओ का रुख कर रहे हैं, जिससे 2024 में नए लिस्ट हुए स्टॉक्स ने जबरदस्त मुनाफा दिया. नए साल में शेयर बाजार कैसा रहने वाला है, इस पर तरह-तरह के कयास लगाए गए हैं. इसी बीच आज नए वर्ष 2025 का पहला आईपीओ लिस्ट हो गया है. पहले ही दिन लिस्टिंग पर इसने 20 फीसदी का मुनाफा निवेशकों को दिखाया है. हालांकि यह उतना भी अच्छा साबित नहीं हुआ है. बात हो रही है इंडो फार्म इक्विपमेंट (Indo Farm Equipment) के आईपीओ की.
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इंडो फार्म इक्विपमेंट के शेयरों की अच्छी शुरुआत ने न केवल बाजार में उत्साह बढ़ाया है, लेकिन यह लिस्टिंग उतनी अच्छा नहीं रही, जिसकी उम्मीद की जा रही थी. लिस्टिंग से एक दिन पहले इन शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम 53 प्रतिशत तक चल रहा था. इस हिसाब से देखा जाए तो यह लिस्टिंग कमजोर बाजार संकेतों के चलते केवल 20 फीसदी की बढ़त पर हुई है. बड़े विदेशी निवेशक एक बार फिर से नेट सेलर (बिकवाल) बनकर सामने आ रहे हैं. कल शेयर बाजार में अच्छी खासी गिरावट थी.
बता दें कि कंपनी के आईपीओ को 31 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच तीन दिन की बिडिंग में 229.68 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. कंपनी के शेयर ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 256 रुपये पर लिस्टिंग दी है. यह आईपीओ प्राइस 215 रुपये से 19.07 प्रतिशत अधिक है. इसी तरह, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर यह 258.40 रुपये (20% प्रीमियम) पर लिस्ट हुआ.
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट
CMBCTV18 की खबर के मुताबिक, मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का मानना है कि लिस्टिंग पर मिला यह प्रॉफिट तर्कसंगत है, क्योंकि कंपनी की नई क्रेन उत्पादन क्षमता और डीलर नेटवर्क को मजबूत करने की योजनाएं भविष्य में कंपनी की ग्रोथ को बढ़ाएंगी. तापसे ने सुझाव दिया है कि जिन निवेशकों को आईपीओ में शेयर मिले हैं, वे चाहें तो मुनाफा लेकर निकल सकते हैं. हालांकि, लॉन्ग टर्म निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे शॉर्ट टर्म में होने वाले उतार-चढ़ाव पर ध्यान न दें और शेयर होल्ड करें. वहीं, जिन निवेशकों को शेयर अलॉट नहीं हुए, वे लिस्टिंग के बाद गिरावट पर इसे खरीद सकते हैं.
कहां पैसा लगाएगी कंपनी?
इंडो फार्म इक्विपमेंट के आईपीओ में 185 करोड़ के नए इक्विटी शेयर और 35 लाख शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल था, जिससे कुल इश्यू का आकार 260 करोड़ रुपये हुआ. आईपीओ से जुटाए गए 50 करोड़ रुपये से कंपनी कुछ उधार चुकाना चाहती है. 45 करोड़ रुपये एनबीएफसी सहायक (बारोटा फाइनेंस) में पूंजी बढ़ाने के लिए निवेश किए जाएंगे. शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए किया जाएगा.
आईपीओ से पहले, कंपनी ने 185 रुपये प्रति शेयर की दर से 19 लाख इक्विटी शेयर बेचकर 35.1 करोड़ रुपये जुटाए थे. इस वजह से नए इक्विटी शेयरों का आकार 1.05 करोड़ से घटाकर 86 लाख कर दिया गया.
क्या करती है इंडो फार्म कंपनी?
इंडो फार्म इक्विपमेंट की स्थापना 1994 में हुई थी. यह कंपनी ट्रैक्टर और पिक-एंड-कैरी क्रेन की एक नामी मैन्युफैक्चरिंग है. यह कंपनी हार्वेस्टर कंबाइन, रोटावेटर और उससे संबंधित स्पेयर पार्ट्स भी बनाती है, जो कुल रेवेन्यू में योगदान करते हैं. वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी की कुल आय 375 करोड़ रुपये और टैक्स के बाद नेट प्रॉफिट 15.5 करोड़ रुपये था.