भारत के शेयर बाजारों में सितंबर अंत से बिकवाली शुरू हुई थी. ये नए साल 2025 के पहले दिन से फिर चालू हो गई है. जनवरी में ही करीब 19000 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई है. ऊपरी स्तर से सेंसेक्स निफ्टी 10 फीसदी टूट चुके हैं.
वास्तव में, इस साल की शुरुआत से अब तक बेंचमार्क लाल निशान पर है. हालांकि, निवेशकों के लिए यह कोई असामान्य बात नहीं है. पिछले 10 साल में से सात में निफ्टी साल के पांचवें कारोबारी दिन निगेटिव हो गया.
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हालांकि, इस बार यह अलग है. कई विश्लेषकों ने नए साल में कंपनियों में ऊंचे वैल्यूएशन और कंपनियों की आय ग्रोथ में कमी को लेकर चिंतिंत है.
क्या भारतीय शेयर बाजार का बुरा वक्त खत्म हुआ? HSBC के इक्विटी रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि बाजारों में छाई निराशा की स्थिति अभी जारी रहने की संभावना है.
हेराल्ड वैन डेर लिंडे के नेतृत्व में बैंक के एशिया प्रशांत रणनीतिकारों ने गुरुवार को ग्राहकों को लिखे एक नोट में कहा, आमदनी निराशाजनक है.
इसलिए NIFTY 50 के लिए ग्रोथ अनुमानों को 15% से घटाकर 5% कर दिया है. निवेश बैंक ने भारतीय इक्विटी को डाउनग्रेड करके तटस्थ कर दिया.
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मॉर्गन स्टेनली ने बताया कि पिछले साल शेयर बाजार ने, आठ साल में पहली बार, बॉन्ड और सोने (अधिकांश ग्लोबल मार्केट से बेहतर प्रदर्शन किया) से भी खराब प्रदर्शन किया.
निवेश बैंक के रिधम देसाई ने कहा, लंबे समय में, हमें लगता है कि शेयर बाजार फाइनेंशियल एसेट्स में टॉप पर होगी और फिजिकल एसेट्स में सोना चमकेगा.
कई लोगों का यह भी मानना है कि भारतीय इक्विटी, अपनी लंबी गिरावट के बाद, अब चुनने के लिए तैयार है.
बर्नस्टीन के रणनीतिकार वेणुगोपाल गैरे ने पिछले सप्ताह ग्राहकों को लिखे एक नोट में लिखा, भारत में मंदी का दौर आ चुका है.
गैरे को उम्मीद है कि अगले तीन से छह महीनों में आर्थिक ग्रोथ में तेजी आएगी. उन्होंने कहा, रिकवरी से पहले निवेश करने का सुझाव दिया जाता है.
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बर्नस्टीन को उम्मीद है कि निफ्टी 50 साल के अंत में 26,500 पर पहुंच जाएगा, जो मौजूदा स्तरों से 13% अधिक है.
मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि केंद्र सरकार फरवरी में अपने बजट पेश करते समय राजकोषीय घाटे को कम कर सकती है, जिससे बॉन्ड यील्ड कम हो सकती है और कंपनियों के लिए उधार लेने की लागत कम हो सकती है.
यहीं आउटलुक सिटी की रिपोर्ट में भी आया है. उन्हें उम्मीद है कि सरकार इंफ्रा पर खर्च बढ़ाएगी.लिहाजा भारतीय अर्थव्यवस्था में 6.5% की ग्रोथ संभव है. जो पिछले साल मंदी में थी.
सिटी के सुरेंद्र गोयल ने ग्राहकों को लिखे एक नोट में कहा, हाल के सुधारों के बाद बाजार के सही वैल्यूएशन को देखते हुए हमारा आउटलुक पॉजिटिव है.
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निवेश बैंक को यह भी उम्मीद है कि निफ्टी साल के अंत में 26,000 पर रहेगा – जो कि पिछले सप्ताह ग्राहकों को 10.5% अधिक है.
उम्मीद है कि अगले तीन से छह महीनों में आर्थिक ग्रोथ में तेजी आएगी और वे निवेशकों से बदलाव से पहले ही निवेश करने का आग्रह कर रहे हैं.