इस्लामाबाद (एएफपी)। पाकिस्तान को इस बात की पूरी आशंका है कि उनके यहां पर भी कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रोन दस्तक देकर रहेगा। इस बात की आशंका पाकिस्तान प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य मामलों के विशेष सहायक डाक्टर फैसल सुल्तान और योजना मंत्री असद उमर ने जताई है। इनका ये भी मानना है कि इसको देश में आने से रोका नहीं जा सकता है, लिहाजा इसका आना तय है।
इस्लामाबाद में पत्रकारों से हुई वार्ता के दौरान ओमिक्रोन के बारे में किए गए सवालों के जवाब में उन्होंने ये बयान दिया है। इन्होंने ये भी कहा कि कुछ सप्ताह पहले ही ओमिक्रोन के मामले सामने आए थे और अब ये मामले दुनिया के विभिन्न देशों में भी आने शुरू हो गए हैं। इसको अपने देश में आने से रोकना नामुमकिन है।
डाक्टर फैसल सुल्तान ने इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए देशवासियों से अपील की है कि वो जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएं और पूरी एहतियात रखें। इसके अलावा फिलहाल इसको रोकने का कोई दूसरा उपाय नहीं है। पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अब तक वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं मिल सकी है वो तुरंत वैक्सीनेशन करवाएं। केंद्रीय मंत्री असद ने कहा कि ये वैरिएंट दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है। वर्तमान समय में पूरा विश्व एक दूसरे से जुड़ा हुआ है इसलिए इसको रोकपाना असंभव है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन ही इसका एक उपाय है।
इस दौरान इन दोनों ने ही कहा कि शुरुआती रिपोर्ट में इसके बेहद खतरनाक होने की बात सामने आई है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीनेशन पर इस प्रभावशाली है। इसलिए देशवासियों को वैक्सीन की दोनों खुराक जल्द लेनी चाहिएं, जिससे हम अपना और अपने परिजनों का जीवन सुरक्षित कर सकें। असद ने बताया कि इसको देखते हुए वैक्सीनेशन का दायरा और बढ़ाने के अलावा इसकी रफ्तार में तेजी लाने की बेहद जरूरत है। उनका यहां तक कहना है कि अगले दो से तीन सप्ताह के अंदर ये वैरिएंट देश में दाखिल हो सकता है। इसलिए बेहद सचेत रहने की जरूरत है।
असद का कहना है कि इसको देखते हुए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। सिंध में इसके खतरे को देखते हुए सभी लोगों को फाइजर की बूस्टर डोज लगाने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा सरकार ने इसको देखते हुए कुछ देशों पर ट्रैवल बैन भी लगाया है। इसमें दक्षिण अफ्रीका, लेसिथो, इस्वेतिनी, मोजांबिक, बोत्सवाना, नामिबिया और हागकांग शामिल हैं।
गौरतलब है कि अभी तक पाकिस्तान में करीब 5 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। इनमें से तीन करोड़ को दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। इस प्रेस वार्ता में डाक्टर फैसल ने बताया है कि इस वैरिएंट का प्रसार तेजी से होता है जो बेहद खतरनाक है। हालांकि इस दौरान उन्होंने देश के स्वास्थ्य सेवाओं पर भी चिंता जाहिर की। उनका कहना था कि देश की हैल्थ सर्विस बेहतर नहीं हैं और अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने की सख्त जरूरत है।