अध्ययन के मुताबिक, इलेक्ट्रिक कारें (Electric Cars) लगातार जटिल होती जा रही हैं. इसलिए इन पर भरोसे को लेकर शंका बनी रहेगी. ई-वाहनों (e-Vehicles) की टेक्नोलॉजी लगातार एडवांस होती जा रही है, जिनकी बारीकियों के बारे में सिर्फ पूरी तरह से प्रशिक्षित व्यक्ति ही जान सकता है. आधुनिक इलेक्ट्रिक वाहनों में कॉम्प्लेक्स इंफोटेनमेंट और टेक्नोलॉजी फीचर्स दिए जा रहे हैं.
नई दिल्ली. ग्लोबल ऑटोमोबाइल मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है. पेट्रोल-डीजल जैसे पारंपरिक ईंधन के बढ़ते मूल्य (Petrol Diesel Price), वाहनों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन (Carbon Emission) और ग्लोबल वार्मिंग को लेकर बढ़ती जागरूकता, सख्त उत्सर्जन मानदंड और जीवाश्म ईंधन वाहनों पर समयसीमा लगाने वाली कई सरकारें इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग को बढ़ा रही हैं. हालांकि, ऐसे कई यूजर्स हैं जो आईसीई वाहनों से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में शिफ्ट होने को लेकर संशय में हैं. हाल ही कंज्यूमर रिपोर्ट्स के अध्ययन से पता चला है कि ई-कारें (e-Cars) विश्वसनीय नहीं होती हैं. इससे चिंता ज्यादा बढ़ गई है.
ई-वाहन क्यों नहीं होते भरोसेमंद?
अध्ययन के मुताबिक, इलेक्ट्रिक कारें लगातार जटिल होती जा रही हैं. इसलिए इन पर भरोसे को लेकर शंका बनी रहेगी. यही नहीं, ई-वाहनों की टेक्नोलॉजी लगातार एडवांस होती जा रही है, जिनकी बारीकियों के बारे में सिर्फ पूरी तरह से प्रशिक्षित व्यक्ति ही जान सकता है. आधुनिक इलेक्ट्रिक वाहनों में कॉम्प्लेक्स इंफोटेनमेंट और टेक्नोलॉजी फीचर्स दिए जा रहे हैं.
क्या कहती हैं विश्लेषण की रिपोर्ट?
विश्लेषण से पता चलता है कि लग्जरी इलेक्ट्रिक कारों पर ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता है. दूसरी ओर सस्ते इलेक्ट्रिक वाहन ज्यादा पुरानी और औसत तकनीक वाले होते हैं. एनालिसिस के मुताबिक, निसान लीफ ईवी (Nissan Leaf EV) कई आधुनिक और एडवांस्ड इलेक्ट्रिक कारों से बेहतर परफॉर्म करती है.
कैसे हैं टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहन?
रिपोर्ट में कहा गया है कि टेस्ला (Tesla) ब्रांड विश्वसनीयता रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है. वहीं, टेस्ला मॉडल वाई औसत विश्वसनीयता से भी खराब है. इतना ही नहीं, टेस्ला मॉडल-3 में कई समस्याए हैं. हालांकि, अध्ययन का दावा है कि चीन में बनी टेस्ला कारें अमेरिकी समकक्षों के मुकाबले काफी बेहतर हैं.
विश्लेषण के मुताबिक, इलेक्ट्रिक कारें भरोसे के लायक तो हैं, लेकिन इनमें एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के जुड़ने से काफी समस्याएं पैदा हो रही हैं. अध्ययन में दावा किया गया है कि विश्वसनीय कार ब्रांडों में लेक्सस, माज़दा और टोयोटा सबसे आगे हैं. ये तीनों कार निर्माता कई हाइब्रिड वाहन पेश करते हैं और बैटरी-इलेक्ट्रिक कारों में इनकी अलग पहचान है.