नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अबू धाबी में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में यह सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है।
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दुनियाभर के हिंदुओं के लिए इसके एक प्रमुख तीर्थस्थल बनने की उम्मीद है। दुबई-अबू धाबी शेख जायेद हाइवे पर अल रहबा के समीप बना बीएपीएस हिंदू मंदिर करीब 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। इस मंदिर का निर्माण कार्य 2019 से चल रहा है। इस मंदिर के लिए जमीन संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने दान की है। संयुक्त अरब अमीरात में तीन अन्य हिंदू मंदिर हैं जो दुबई में स्थित हैं। पत्थर की वास्तुकला के साथ एक बड़े इलाके में फैला बीएपीएस मंदिर खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर होगा। क्या आपको पता है कि इस मंदिर के निर्माण में कितना पैसा लगा है? आप जानकर हैरान रह जाएंगे। इसे बनाने में करीब 700 करोड़ रुपये का खर्च आया है।
2019 से चल रहा था काम
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अबू धाबी में बने भव्य हिंदू मंदिर का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था। यह 2022 में पूरा होने वाला था। हालांकि, कोरोना की महामारी के कारण निर्माण में देरी हुई। अब यह बनकर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार से संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा करेंगे। इसी दौरान 14 फरवरी को वह विशाल मंदिर का उद्घाटन भी करने जाएंगे।
मंदिर बनाने में रखा गया है एक-एक चीज का ध्यानमंदिर का निर्माण भारतीय कारीगरों ने किया है। ये कारीगर पारंपरिक हिंदू मंदिर वास्तुकला में माहिर हैं। मंदिर का निर्माण हाथ से नक्काशीदार संगमरमर और बलुआ पत्थर से किया गया है। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान अबू धाबी ने दुबई-अबू धाबी राजमार्ग पर मंदिर परियोजना के लिए 17 एकड़ से ज्यादा भूमि आवंटित की थी। मंदिर की आधारशिला 2017 में पीएम मोदी ने रखी थी।
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यह हिंदू मंदिर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पश्चिम एशिया में यह सबसे बड़ा मंदिर होगा। मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि 700 करोड़ रुपये से बना यह मंदिर बहुत सावधानी से डिजाइन किया गया है। इसमें देश के प्रत्येक अमीरात का प्रतिनिधित्व करने वाली सात मीनारें हैं।
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