How Liver Damage: वैसे तो लीवर डैमेज का एक आम कारण शराब को माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं बिना शराब पिए भी लीवर डैमेज हो सकता है. यदि नहीं जानते हैं तो चलिए आज हम आपको एक ऐसे विटामिन के बारे में बताते हैं जिसका ओवरडोज होने से भी लीवर खराब हो जाता है.
Liver Damage In Hindi: लीवर बॉडी के सबसे अहम हिस्सों में से एक होता है. यह खाने को पचाने से लेकर बॉडी के टॉक्सिन को निकालने के साथ खूने के फ्लो को मेंटेन रखने के प्रोसेस में मदद करता है. ऐसे में इसका डैमेज होना शरीर के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होता है.
ये भी पढ़ें– शरीर में हो रही है विटामिन बी6 की कमी, इन चीजों को करें डाइट में शामिल, नहीं पड़ेगी दवाओं की जरूरत
हालांकि डैमेज अगर कम हो तो इसे इलाज की मदद से हफ्ते या महीने भर में ठीक किया जा सकता है. लेकिन डैमेज होने पर रिप्लेसमेंट के अलावा दूसरा विकल्प नहीं रह जाता है. ऐसे में उन चीजों से बचाव जरूरी है, जो लीवर को खराब करना करने का काम करते हैं. इसमें खराब खानपान, शराब का सेवन समेत विटामिन बी 3 का ओवरडोज भी शामिल है.
क्या है विटामिन बी3
मायो क्लिनिक के अनुसार, नियासिन को विटामिन बी3 कहा जाता है, यह भोजन को ऊर्जा में बदलने के लिए आपके शरीर द्वारा बनाया और उपयोग किया जाता है. इसके अलावा यह तंत्रिका तंत्र, पाचन तंत्र और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है.
ये भी पढ़ें– ग्रीन टी कब नहीं पीनी चाहिए? डाइटीशियन ने बताए गलत वक्त में सेवन के नुकसान
रोज कितनी मात्रा में होती बी3 की जरूरत
हार्वर्ड के अनुसार, 19 प्लस पुरुषों को 16mg और महिलाओं को 14mg प्रतिदिन बी3 की जरूरत होती है. वहीं, प्रेग्नेंट महिला को 18mg और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को 17mg नियासिन की आवश्यकता होती है.
बी3 के ओवरडोज की संभावना कब होती है
बी3 के नेचुरल सोर्स जैसे खमीर, दूध, मांस, टॉर्टिला और अनाज से बॉडी में कभी भी इसकी मात्रा जरूरत से ज्यादा नहीं होती है. लेकिन यदि आप बिना डॉक्टर से परामर्श किए इसका सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो इसके ओवरडोज की संभावना बढ़ जाती है.
ये भी पढ़ें– अचानक बुखार आने पर कौन सी दवा लेनी चाहिए? कब पड़ती है एंटीबायोटिक की जरूरत, डॉक्टर से जानें काम की बात
बॉडी में बी3 ज्यादा होने के संकेत
- चक्कर आना
- त्वचा का लाल होना
- तेज धड़कन
- खुजली
- मतली और उल्टी
- पेट में दर्द
- दस्त
- गाउट
ऐसे पहचानें लीवर पर मंडरा रहा है खतरा
लीवर के हेल्थ को चेक करने के लिए आप हर 6 महीने में लीवर फंक्शन पैनल टेस्ट करवा सकते हैं. इसमें आपको लीवर से जुड़ी हर गड़बड़ी के बारे में आसानी से पता लग जाता है.