दुनिया के अति संवेदनशील स्थलों में से एक अयोध्या की रामनगरी आतंकियों के निशाने पर है। देश की खुफिया एंजेंसियों के द्वारा भेजे गए आतंकी हमले के इनपुट के बाद रामनगरी में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। यह इनपुट इसलिए भी काफी अहम है कि विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी छह दिसंबर के आने में सिर्फ तीन दिन का वक्त शेष है। इस रिपोर्ट के बाद प्रशासन भी अलर्ट हो गया है । गुरुवार को एसएसपी शैलेश पांडेय के नेतृत्व में राम जन्मभूमि सहित पूरी अयोध्या में एटीएस सहित पुलिस बल ने भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था को परखा।
सबसे पहले राम जन्म भूमि की सुरक्षा व्यवस्था में लगे सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट रहने की हिदायत दी गई । इसके बाद सीओ अयोध्या के नेतृत्व में एटीएस की टीम ने हनुमानगढ़ी सहित रामकोट के क्षेत्र में पैदल भ्रमण कर लोगों को सुरक्षा के प्रति आश्वस्त कराया। शहर के मुख्य मार्ग से लेकर नया घाट के सरयू तट तक भी पैदल भ्रमण कर सुरक्षा में लगे कर्मियों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई।
सुरक्षा हुई कड़ीः सीओ अयोध्या आरके चतुर्वेदी ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए मिली आतंकी धमकी और छह दिसंबर को लेकर भी अयोध्या की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रवेश मार्गों पर सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचित करें। तीन दिसंबर से अयोध्या में राम विवाह उत्सव भी शुरू हो रहा है, ऐसे में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को लेकर भी पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।
यूपी चुनाव नजदीक होने से पहले आतंकी हमले के इनपुट से सुरक्षा विभाग में खलबलीः यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में अब ज्यादा महीने शेष नहीं रह गए हैं। इस चुनाव में अयोध्या में बन रहा श्रीराम मंदिर सियासत के केंद्र में है। ऐसे में यहां अक्सर वीवीआइपी का आना-जाना भी लगा है। इस लिहाज आतंकी इनपुट ने सुरक्षा एजेंसियों में भी खलबली मचा दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अभी दो दिन पहले ही अयोध्या दौरे पर थे। आगामी दिनों में कई और बड़े नेता अयोध्या जा सकते हैं। ऐसे में रामनगरी को कड़ी सुरक्षा निगरानी में रखा जा रहा है।