Early Symptoms Of Lung Cancer: आमतौर पर यह देखा गया है कि लंग कैंसर को अपने शुरुआती स्टेज में पकड़ पाना मुश्किल होता है. चूंकि लंग्स में किसी तरह का नर्व नहीं होता, इसलिए ट्यूमर आदि होने पर दर्द महसूस नहीं होता और हम समझ नहीं पाते कि अंदर किसी तरह की परेशानी है. ऐसे में सतर्क रहना काफी जरूरी है.
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Lung Cancer Symptoms:अगर आपको कई महीनों से खांसी है, सीने में दर्द रहता है, खांसने पर मुंह से खून आता है या तेजी से वजन कम हो रहा है तो सचेत हो जाएं, ऐसे लक्षण फेफड़े में कैंसर होने पर भी दिखता है. जी हां, लंग कैंसर के शुरुआती लक्षण काफी कॉमन होते हैं जो सामान्य से सर्दी जुखाम की तरह ही दिखता है, जिस वजह से इसकी पहचान शुरुआती चरण में करना बहुत ही मुश्किलों भरा होता है. ऐसे कॉमन लक्षणों को देखकर आमतौर पर हम इग्नोर कर देते हैं और ट्यूमर तेजी से फेफड़ों से पूरे शरीर में फैलने लगता है और आप कैंसर के गिरफ्त में आ जाते हैं.
हेल्थलाइन के मुताबिक, शुरुआती स्टेज में अगर लंग कैंसर की पहचान हो जाए तो बड़ी आसानी से इसे ठीक किया जा सकता है. लेकिन मुश्किल यह है कि पहले चरण में लंग कैंसर का कोई विशेष लक्षण नहीं दिखता. जिस वजह से इसे पहचानने में देरी होती है और तब तक कैंसर फैल चुका होता है.
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लंग कैंसर के पहले चरण में दिखता है ये लक्षण
सांस फूलना, कमर में दर्द, खांसी, कफ के साथ खून आना, गहरी सांस लेने पर सीने में दर्द महसूस होना, भूख न लगना, तेजी से वजन कम होना, सांस नली में संक्रमण आदि लक्षण पहले चरण में दिखते हैं.
लंग कैंसर के लक्षण
अधिकतर लंग कैंसर पेशेंट की बात करें तो उन्हें आपकी गर्दन या कॉलर बोन में गांठ महसूस होती हैं, हड्डी में दर्द, विशेष रूप से पीठ, पसलियों या कूल्हों में, सिर दर्द, चक्कर आना, लड़खड़ाना, हाथ या पैर में सुन्नता, स्किन और आंखों में पीलापन यानी पीलिया होना, पलकों का गिरना, पुतलियों में सिकुड़न, चेहरे के एक तरफ पसीना आना, कंधे का दर्द, चेहरे और ऊपरी शरीर में सूजन आदि लक्षण के रूप में दिखते हैं. लंग कैंसर कई तरह के हार्मोन भी रिलीज करता है जिसकी वजह से मसल्स में दर्द, उल्टी आना, चक्कर महसूस होना, ब्लड प्रेशर हाई होना, ब्लड शुगर हाई होना, कन्फ्यूजन जैसी स्थिति आदि नजर आता है.
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लंग कैंसर को कैसे किया जाता है ठीक
अगर लंग कैंसर अपने पहले स्टेज पर पकड़ा गया तो पेशेंट को कीमोथेरेपी की मदद से क्योर किया जा सकता है. दूसरे स्टेज पर हो तो ऑपरेशन से लंग के उस हिस्से को रिमूव कर दिया जाता है जो कैंसर की चपेट में होता है और पेशेंट को बचाया जा सकता है, तीसरे स्टेज पर कॉम्बिनेशन ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है जिसमें कीमो के साथ ऑपरेशन और रेडिएशन ट्रीटमेंट दिया जाता है. चौथे स्टेज पर सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी आदि से ट्रीटमेंट किया जाता है.