Gurugram Factory Fire दौलताबाद में फायर बाल की फैक्ट्री में रात को हुए धमाके से लगभग दो किलोमीटर तक का क्षेत्र दहल गया। लोगों को ऐसा लगा मानों धरती कांप गई हो। धमाके की गूंज से लोग घबराकर नींद से जाग गए और गांव दौलताबाद धनवापुर राजेंद्रा पार्क टेकचंद नगर और सूरत नगर सहित पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
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जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दौलताबाद में फायर बाल की फैक्ट्री में रात को हुए धमाके से लगभग दो किलोमीटर तक का क्षेत्र दहल गया। लोगों को ऐसा लगा मानों धरती कांप गई हो। धमाके की गूंज से लोग घबराकर नींद से जाग गए और गांव दौलताबाद, धनवापुर, राजेंद्रा पार्क, टेकचंद नगर और सूरत नगर सहित पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
घटना के बाद हादसा स्थल से महज कुछ ही दूरी पर स्थित द्वारका एक्सप्रेस-वे पर आसपास के लोग एकत्रित हो गए। धमाके के कारण फैक्ट्री के आसपास के घरों से शीशे भी टूट गए तथा एक मकान का छज्जा टूट गया और दीवारों में दरारें आ गई।
आसपास के लोग डरकर बाहर आए
फैक्ट्री के आसपास स्थित घरों के लोग हड़बड़ाहट में घरों से बाहर आ गए और हादसे के बारे में पूछताछ करने लगे। छतों पर सो रहे लोग भी घबराहट में उठकर नीचे आ गए।
दूर जाकर गिरा मलबा, लगा भूकंप आया
हादसा इतना भीषण था कि फायर बाल काफी संख्या में फटने से इनके रैपर दौलताबाद फ्लाईओवर और लगभग एक किलोमीटर दूर तक जाकर गिरे। द्वारका एक्सप्रेस-वे तक भी रैपर और टीन शेड पहुंच गए। धमाके से दो किलोमीटर के दायरे में तेज भूकंप जैसा अहसास हुआ।
आसपास की फैक्ट्रियों के सुरक्षा गार्ड अपने आप को बचाने के लिए निकल कर भाग गए। क्षेत्र के लोगों को नहीं पता था कि नजदीक ही फायर बाल की फैक्ट्री चल रही है। लोगों की मांग है कि इस तरह की केमिकल या एक्सप्लोसिव इस्तेमाल वाली फैक्ट्रियों का संचालन रिहायशी इलाकों के नजदीक नहीं होना चाहिए।
टीन शेड और मलबा तीन सौ मीटर तक उछला
फैक्ट्री में धमाका होने के बाद टीन शेड और मलबा उछलकर तीन सौ मीटर दूर द्वारका एक्सप्रेस-वे से टकराया। एक्सप्रेस-वे के फ्लाईओवर के ऊपर भी ईंटे टकराने के निशान मिले हैं। एक्सप्रेस-वे फ्लाईओवर के नीचे सड़क मलबा जाकर गिरा। इसके साथ इतनी ही दूरी पर स्थित एक घर के आंगन से लोहे का बड़ा टुकड़ा मिला है। अगर घर में रात को कोई बाहर सो रहा होता तो उसकी भी जान जा सकती थी।
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दो घर चपेट में आए, कई पक्षी मरे
धमाके कारण एक घर की दीवार और छज्जे को नुकसान पहुंचा है, वहीं एक निर्माणाधीन घर के शीशे टूट गए। आसपास की फैक्ट्रियों में कबूतरों सहित अन्य पक्षी भी मृत पाए गए हैं। फायर बाल काफी संख्या में फटने के कारण इसके रैपर काफी दूर तक फैल गए। सुबह साढे आठ बजे तक भी फैक्ट्री में फायर बाल बीच-बीच में फट रही थी।
12 गाड़ियों ने आग बुझाने को लगाए चक्कर
धमाके के बाद फैक्ट्री में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियों ने कई बार चक्कर लगाए। आग बुझने के बाद दमकलकर्मियों, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य टीमों ने रेस्क्यू और सर्च आपरेशन शुरू किया। धमाके के कारण आसपास की फैक्ट्रियों को भारी नुकसान पहुंचा है। एक फैक्ट्री की बिल्डिंग और टीन शेड पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
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चार लोगों की मौत, कई श्रमिक घायल
हादसे में कंपनी के एक गार्ड सहित चार की मौत हो गई जबकि आसपास फैक्ट्रियों में सो रहे 13 श्रमिक घायल हो गए। मृतकों की पहचान लक्ष्मण विहार में रह रहे 28 वर्षीय कौशिक, लक्ष्मण विहार में ही रह रहे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के गांव गोविंदपुर निवासी 26 वर्षीय अरुण, इटावा जिले के गांव मोडी निवासी 23 वर्षीय प्रशांत एवं दिल्ली किे करोलबाग में रह रहे गार्ड 59 वर्षीय राम अवध के रूप में की गई।