Routine Blood Test: नियमित रूप से ब्लड टेस्ट करवाकर आप गंभीर बीमारियों से बचाव कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं. यहां हम आपको 8 ऐसे ब्लड टेस्ट के बारे में बता रहे हैं जो आपके रूटीन हेल्थ चेकअप का हिस्सा होना चाहिए.
30 की उम्र के बाद शरीर युवा अवस्था से बुढ़ापे की ओर बढ़ने लगता है, जिसके कारण स्वास्थ्य में कई बदलाव आने लगते हैं. इसके साथ ही कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए, इस उम्र के बाद नियमित रूप से कुछ ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी हो जाता है. ये टेस्ट न सिर्फ बीमारियों का जल्दी पता लगाने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें समय रहते रोकने में भी मददगार होते हैं.
30 की उम्र के बाद जरूर करवाएं ये 8 ब्लड टेस्ट-
01 कम्प्लीट ब्लड काउंट (CBC)
यह टेस्ट खून में लाल रक्त कोशिकाओं, सफेद रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स की संख्या को मापता है. इससे एनीमिया, संक्रमण और अन्य ब्लड रिलेटेड डिसऑर्डर का पता लगाया जा सकता है.
02 लिपिड प्रोफाइल
यह टेस्ट खून में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को मापता है. इससे हार्ट डिजीज के होने की संभावना को समय रहते पहचाना जा सकता है, और इसे जानलेवा बनने से रोका जा सकता है.
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03 किडनी फंक्शन टेस्ट
यह टेस्ट किडनी के कामकाज का मूल्यांकन करता है. इससे क्रिएटिनिन और यूरिया जैसे तत्वों के स्तर की जांच की जाती है, जो बताता है कि किडनी आपके सिस्टम को कितनी बेहतर तरीके से साफ करने में सक्षम है.
04 लिवर फंक्शन टेस्ट
यह टेस्ट लिवर के कामकाज का मूल्यांकन करता है. इससे एल्ब्यूमिन, बिलीरुबिन और एंजाइमों जैसे तत्वों के स्तर की जांच की जाती है. जिससे लिवर संबंधित बीमारियों के जोखिम को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
05 थायराइड टेस्ट
यह टेस्ट थायराइड ग्रंथि के कामकाज का मूल्यांकन करता है. इससे टीएसएच, टी4 और टी3 जैसे हार्मोन के स्तर की जांच की जाती है. इससे मेटाबॉलिक फंक्शन और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर को ट्रैक करना आसान होता है.
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06 ब्लड शुगर टेस्ट
यह टेस्ट खून में शुगर के स्तर को मापता है. इससे डायबिटीज और प्री डायबिटीज का पता लगाया जा सकता है. यह टेस्ट HBA1C के नाम से होता है, जिसमें पिछले 2-3 महीने के दौरान बॉडी में शुगर के लेवल का पता लगता है.
07 विटामिन D टेस्ट
विटामिन डी हड्डियों और ब्रेन फंक्शन के लिए बहुत जरूरी होता है, जो 30 की उम्र के बाद बहुत तेजी से प्रभावित होने लगते हैं. ऐसे में इस टेस्ट की मदद से बॉडी में विटामिन डी पर्याप्त मात्रा को सुनिश्चित करने में मदद मिलती है.
08 हार्मोन पैनल टेस्ट
30 की उम्र के बाद बॉडी के हार्मोन बहुत तेजी से फ्लकचुएट होने लगते हैं. ऐसे में यह टेस्ट से शरीर में होने वाले हार्मोन के असंतुलन का सही तरीके से पता चल पाता है. हार्मोन ब्लड टेस्ट पैनल में एस्ट्रोजन, टोटल, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन, टोटल, सीरम, फॉलिकल-स्टिमुलेटिंग हॉर्मोन (FSH) और ल्यूटिनाइजिंग हॉर्मोन (LH), और थायरोक्सिन (T4), फ्री, डायरेक्ट, सीरम शामिल होते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.