हिमाचल प्रदेश (Himachal News) में मानसून सीजन के बीच सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। मंहगी सब्जियों ने लोगों की रसोई का स्वाद बिगाड़ दिया है। सिरमौर जिले के नाहन में 80 रुपये किलो टमाटर तो पहाड़ी आलू 40 रूपये किलो तक पहुंच गया है। यहां 40 रुपये से कम की कोई सब्जी नहीं बिक रही है। मंहगी सब्जियों की वजह से लोगों परेशान हैं।
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जागरण संवाददाता, नाहन। मानसून सीजन के बीच सब्जियों की बढ़ती महंगाई से लोग परेशान हैं। सिरमौर जिला मुख्यालय के नाहन शहर में इन दिनों सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। जिसका असर लोगों की जेब पर भी दिखने लगा है। सब्जियों की बढ़ती कीमतों ने इन्हें आम आदमी की पहुंच से बाहर कर दिया है।
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शहर में अलग-अलग दुकानों पर सब्जियों के अलग-अलग दाम वसूले जा रहे हैं। कई दुकानदारों ने मूल्य सूची तक नहीं लगाई हुई है, जिससे आम नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मानसून सीजन के बीच महंगी हुई सब्जियां
मानसून सीजन के बीच सब्जियों के दाम बढ़ने से आम नागरिक काफी परेशान हैं। हर रसोई में इस्तेमाल होने वाला टमाटर 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। अरबी जैसी मौसमी सब्जियां 70 से 80 रुपये प्रति किलो के बीच हैं। बीन्स, शिमला मिर्च और भिंडी 50 से 60 रुपये किलो के बीच हैं।
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एक और रोजमर्रा की जरूरत वाली चीज प्याज अब सिरमौर के बाजारों में 50 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। यहां तक कि पहाड़ी आलू भी नाहन में 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। लौकी, कद्दू, बैंगन, भिंडी जैसी सब्जियां भी 40 रुपये किलों के दामों पर बिक रही हैं।
सीजन होने के बावजूद खीरा 40 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। इसके अलावा लहसुन 50 रुपये पाइया (200 रुपये किलो) बिक रहा है। वहीं, फलों के दामों की बात की जाए, तो केला 50 रुपये का डेढ़ किलो, पपीता 60 रुपये, अनार 250 रुपये, सेब 200 से 300 रुपये और नाशपाती 100 रुपये किलो बिक रही है।