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नौवीं-10वीं के नंबर जुड़ेंगे और फिर बनेगा 12वीं का रिपोर्ट कार्ड! जानिए क्या आ रहा नया फॉर्मूला

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सूत्रों ने बताया कि इस रिपोर्ट को सभी स्कूल बोर्ड के साथ साझा किया जाएगा. ताकि वो इसपर अपना फीडबैक दे सकें. यहां तक कि पिछले सप्ताह कई राज्यों के अधिकारियों के साथ पहले दौर की चर्चा भी इसपर की गई है.

नई दिल्ली: NCERT की इकाई PARAKH ने एक रिपोर्ट तैयार की है. जिसमें कक्षा 9वीं, 10वीं और 11वीं के नंबरों को 12वीं की रिपोर्ट कार्ड में जोड़ने की सिफारिश की गई है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार पिछले एक साल में 32 स्कूल बोर्डों के साथ चर्चा के बाद, PARAKH ने इस महीने शिक्षा मंत्रालय को ये रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें सभी स्कूल बोर्डों के मूल्यांकन को संरेखित करने के उपायों की सिफारिश की गई है. रिपोर्ट में की गई एक प्रमुख सिफारिश में कहा गया है कि कक्षा 12वीं के अंतिम रिपोर्ट कार्ड में छात्र की कक्षा 9वीं, 10वीं और 11वीं की परफॉरमेंस को शामिल किया जाए. रिपोर्ट में कक्षा 9वीं की 15% वेटेज, कक्षा 10 की 20% वेटेज, कक्षा 11 की 25% वेटेज और कक्षा 12 की 40% वेटेज की बात कही गई है. PARAKH की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त मूल्यांकन फॉर्मेटिव असेसमेंट (होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड, ग्रुप डिस्कशन, प्रोजेक्ट) और समेटिव असेसमेंट (टर्म एग्जामके आधार पर होगा.

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कक्षा 9 से 12 की  होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड को पहले ही PARAKH द्वारा डिजाइन किया जा चुका है.  होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड फॉर्मेटिव असेसमेंट में प्रमुख भूमिका निभाएगा.

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रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि कक्षा 9 में अंतिम अंकों में 70% फॉर्मेटिव असेसमेंट के और 30% समेटिव असेसमेंट के जोड़े जाने चाहिए. जबकि कक्षा 10वीं की रिपोर्ट कार्ड में 50% फॉर्मेटिव असेसमेंट और 50% समेटिव असेसमेंट के हों. 11वीं की रिपोर्ट कार्ड में 40% फॉर्मेटिव असेसमेंट और 60% समेटिव असेसमेंट के जोड़े जाने चाहिए. वहीं 12 वीं कक्षा में  30% फॉर्मेटिव और 70% समेटिव असेसमेंट के हों.

सूत्रों ने बताया कि इस रिपोर्ट को सभी स्कूल बोर्ड के साथ साझा किया जाएगा. ताकि वो इसपर अपना फीडबैक दे सकें. यहां तक कि पिछले सप्ताह हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के अधिकारियों के साथ पहले दौर की चर्चा भी इसपर की गई है.

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इस बैठक में, राज्यों ने तर्क दिया है कि कक्षा 9, 10 और 11 के परफॉरमेंस को कक्षा 12 के रिपोर्ट कार्ड में जोड़ने की जगह कक्षा 9 के स्कोर का 40% और कक्षा 10 के स्कोर का 60% कक्षा 10 के अंतिम स्कोर में शामिल किया जाए. इसी तरह, कक्षा 11 के स्कोर का 40% और कक्षा 12 के स्कोर का 60%  कक्षा 12 के अंतिम स्कोर में शामिल किया जाया.

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अपनी सिफारिशों में, PARAKH ने यह भी सुझाव दिया है कि मूल्यांकन क्रेडिट के आधार पर किया जाए: कक्षा 9 और 10 में 40-40 क्रेडिट तथा कक्षा 11 और 12 में 44-44 क्रेडिट छात्रों के लिए रखें जाएं. कक्षा 9 और 10 में 32 क्रेडिट सब्जेक्ट स्पेसिफिक हों. 

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