अरविंद केजरीवाल की जमानत पर सुनवाई के दौरान CBI ने हाईकोर्ट को बताया कि दिल्ली शराब घोटाले में सिर्फ केजरीवाल ही नहीं, बल्कि 5 अन्य आरोपी भी हैं. जिनके खिलाफ जार्चशीट दाखिल की गई है. इनमें पी शरथ चंद्र रेड्डी (P. Sarath Chandra Reddy), दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak), विनोद चौहान (Vinod Chauhan), आशीष माथुर (Ashish Mathur), अमित अरोड़ा (Amit Arora) का नाम है.
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दिल्ली शराब घोटाले में फंसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलेगी या नहीं, इस पर सोमवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. केजरीवाल ने सीबीआई की गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए जमानत की मांग की थीं. दोनों पक्षों की ओर से जोरदार दलीलें दी गईं. लेकिन इसी बीच सीबीआई के वकील ने कोर्ट में जो दावे किए, उनसे 5 लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सीबीआई ने बताया कि सिर्फ केजरीवाल ही नहीं, उनके अलावा भी 5 लोग हैं, जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.अब ट्रायल शुरू करने की तैयारी है.
सीबीआई ने हाईकोर्ट को बताया कि अरविंद केजरीवाल ही दिल्ली शराब घोटाले के ‘सूत्रधार’ हैं. अगर उन्हें रिहा किया जाता है, तो वे गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. सीबीआई की ओर से पेश अधिवक्ता डीपी सिंह ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी के बिना जांच पूरी नहीं की जा सकती. हमने एक महीने के अंदर चार्जशीट दायर कर दी है और अब ट्रायल के लिए तैयार हैं.
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सिंघवी ने कहा-जेल में रखना ही इनका मकसद
केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि उन्हें जेल में ही रखने के मकसद से यह गिरफ्तारी की गई थी. केजरीवाल के खिलाफ कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है और जांच एजेंसी ने उन्हें अनुमानों और कल्पनाओं के आधार पर गिरफ्तार किया था. लेकिन सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि चार्जशीट में सिर्फ केजरीवाल की आरोपी नहीं बनाए गए हैं, उनके अलावा 5 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है.
आखिर ये 5 अन्य लोग हैं कौन?
पी शरथ चंद्र रेड्डी (P. Sarath Chandra Reddy)
पी. शरत चंद्र रेड्डी ही वो शख्स हैं, जिसके बयान को आधार बनाकर सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है. शरत रेड्डी हैदराबाद की अरबिंदो फार्मा लिमिटेड (Aurobindo Pharma Limited) के मालिक और एमडी हैं. अरबिंदो फार्मा कंपनी पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली शराब घोटाले में भूमिका निभाई और नई नीति के तहत 5 शराब खुदरा क्षेत्रों के लिए लाइसेंस हासिल किया. उन्हें गिरफ्तार किया गया था. फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं.
दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak)
दिल्ली के राजिंदर नगर से विधायक और आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर दुर्गेश पाठक को भी आरोपी बनाया गया है.है. कुछ महीने पहले ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. उन पर दिल्ली शराब घोटाले में शामिल होने और केजरीवाल की मदद करने के आरोप लग रहे हैं.
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विनोद चौहान (Vinod Chauhan)
विनोद चौहान गोवा के वकील हैं. उन पर गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के चुनाव अभियान के लिए ‘साउथ ग्रुप’ की ओर से दी गई कथित रिश्वत को ट्रांसफर करने का आरोप है. ईडी का दावा है कि कि बीआरएस नेता कविता के पीए ने विनोद चौहान को गोवा चुनाव के दौरान 25 करोड़ दिए थे. यही पैसे आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल तक पहुंचाए गए.
आशीष माथुर (Ashish Mathur)
आशीष माथुर मशहूर बिजनेसमैन हैं. उन पर आरोप है कि दिल्ली शराब नीति तय करने में उन्होंने केजरीवाल सरकार की मदद की. उसमें बदलाव करवाने में भी उनका योगदान है. बीते 12 जुलाई को ईडी ने माथुर को तलब किया था और उसी दिन चौहान के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया था.
अमित अरोड़ा (Amit Arora)
दिल्ली शराब घोटाले में ED ने गुरुग्राम से कारोबारी अमित अरोड़ा को 30 नवंबर 2022 में गिरफ्तार किया था. अमित ने ही अपने बयान में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता के नाम लिया था. उसी के बाद पूरा मामला खुला और फिर गोवा तक पैसे पहुंचाने की बात सामने आई.