पीएम मोदी ने रेहड़ी-पटरी वालों के लिए चलाई जा रही पीएम स्वनिधि योजना को लाखों छोटे कामगारों के लिए मददगार बताया. बैंकिंग रिफॉर्म के चलते अब इन लोगों को आसानी से लोन मिल रहा है.
नई दिल्ली. 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत बैंकिंग रिफॉर्म से लोगों की जिंदगी में आए बदलावों का जिक्र किया. खासतौर पर उन्होंने सरकार और बैंकों की ओर से रेहड़ी-पटरी वालों को मिल रहे लोन और लखपति दीदी स्कीम के बारे में कहा. पीएम मोदी कहा कि देश के लाखों छोटे कामगारों को बैंकों की ओर से आसानी से लोन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि 10 साल पहले बैंकिग सेक्टर का बुरा हाल था, कई घोटालों से बैंक संकट से गुजर रहे थे. हमने सुधारों की शुरू की तो दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया. पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग व्यवस्था दुरुस्त होने से हमने गरीबों को, वंचितों को युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया है.
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रेहड़ी-पटरी वालों को मिल रहा लोन
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर मजबूत होने से हमारे नौजवानों को पढ़ाई, विदेश जाने के लिए आसानी से लोन मिल रहा है. देश के किसान भाई, रेहड़ी पटरी वाले को भी लोन मिल रहा है और ये सभी देश के विकास में भागीदार बन रहे हैं.
क्या है पीएम स्वनिधि योजना
कोरोना काल के दौरान केन्द्र सरकार ने देश में रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को आर्थिक मदद देने के लिए पीएम स्वनिधि योजना चलाई शुरू की. इस योजना की मदद से देश के लाखों स्ट्रीट वेंडर को मदद मिली और छोटे कारोबार के जरिए उन्होंने आर्थिक तरक्की हासिल की. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने इस स्कीम पर एक रिसर्च रिपोर्ट पेश की थी, पीएम-स्वनिधि योजना को गरीबों के लिए लाभकारी बताया है.
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50,000 रुपये तक का लोन
इस साल की शुरुआत में सरकार ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया था कि इस योजना के तहत 60.94 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को 10,678 करोड़ रुपये की 80.42 लाख से ज्यादा का लोन दिया गया. इस योजना के तहत पहली किश्त के रूप में 10,000 रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के दिया जाता है. इसके बाद दूसरी और तीसरी किस्त के रूप में 20,000 और 50,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं.
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लखपति दीदी योजना
देश में महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार लखपति दीदी योजना चला रही है.इस स्कीम के अंतर्गत सरकार 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी 10 करोड़ बहनें विमेंस सेल्फ ग्रुप से जुड़ी हैं. देश की महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं. एक करोड़ बहनें लखपति दीदी हैं.
लखपति दीदी स्कीम, महिलाओं के लिए एक स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम है. इसके तहत महिलाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें पैसा कमाने के लिए योग्य बनाया जाता है. लखपति दीदी योजना में महिलाओं को 1 से लेकर 5 लाख रुपये का लोन दिया जाता है. खास बात है कि इस लोन पर ब्याज नहीं देना होता है.