नई दिल्ली: हाल में लिस्ट हुई कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों ने आज फिर शुरुआती कारोबार में काफी तेजी देखने को मिली। BSE पर यह 8% की उछाल के साथ 157.53 रुपये के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने वाली इस कंपनी का शेयर अब दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क की कंपनी टेस्ला से भी अधिक वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहा है पिछले सात कारोबारी दिनों में यह अपने 76 रुपये के इश्यू प्राइस से 107% उछल चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को शुरुआती सत्र के दौरान 2.3 करोड़ शेयरों या 0.5% इक्विटी का एक बड़ा सौदा 151 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य हुआ। इस तरह यह डील करीब 352.9 करोड़ रुपये में हुई।
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ओला का मार्केट कैप लगभग 66,000 करोड़ रुपये पहुंच गया । इस तरह टेस्ला की वैल्यूएशन टेस्ला से भी महंगी हो गई है। टेस्ला का शेयर जहां मौजूदा ईवी/बिक्री के 6.8 गुना पर कारोबार कर रहा है, वहीं ओला 7.8 गुना पर है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट साजी जॉन ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में लॉन्ग टर्म क्षमता हो सकती है लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन स्पेक्युलेटिव लग रही है। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि कंपनी लगातार घाटे में है और इसके शेयर में काफी उतारचढ़ाव की आशंका है। मंगलवार को सुबह 11 बजे कंपनी का शेयर 2.03% गिरावट के साथ 143.07 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
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क्या करें निवेशक
एवेंडस कैपिटल के एंड्रयू हॉलैंड ने स्वीकार किया कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में भारी तेजी ने उन्हें भी हैरान किया है। वह यह सोचने पर मजबूर हुए हैं कि क्या आईपीओ में ओला की कीमत कम थी। उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे वास्तव में यकीन नहीं है कि इस शेयर की कीमत इतनी अधिक क्यों है और मुझे नहीं पता कि लिस्टिंग के बाद और लिस्टिंग से पहले क्या बदलाव हुआ है या क्या हो सकता था।’ एनालिस्ट्स का कहना है कि नए निवेशकों को अभी इंतजार करना चाहिए या स्टॉक को हाई रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो के साथ लॉन्ग टर्म प्लान की तरह लेना चाहिए। पिछले गुरुवार को HSBC ने इसकी कवरेज शुरू की थी और टारगेट प्राइस 140 रुपये रखा था।
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जून तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक के रेवेन्यू में 32% की बढ़ोतरी हुई लेकिन इस दौरान उसका घाटा बढ़कर 347 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 267 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। पिछले सप्ताह कंपनी ने रोडस्टर, रोडस्टर एक्स और रोडस्टर प्रो के लॉन्च के साथ ही मोटरसाइकिल सेगमेंट में भी प्रवेश किया। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही से अपने वाहनों में अपने सेल को इंटिग्रेट करने की घोषणा की है। HSBC ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य कई बातों पर निर्भर करता है। इनमें EV का पेनिट्रेशन साइकल, बाजार हिस्सेदारी, रेगुलेटरी इवॉल्यूशन और सरकारी सपोर्ट और बैटरी बनाने वाली यूनिट की सफलता शामिल है।