All for Joomla All for Webmasters
बिहार

Bihar Politics: बिहार में बनाए जाएंगे 1000 नए पुल-पुलिया, नीतीश कुमार के मंत्री ने दी जानकारी; तेजस्वी पर भी बोला हमला

Bihar Politics बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने राज्य में लगभग 1000 पुल-पुलिया के निर्माण की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करना है। मंत्री ने लालू-राबड़ी के शासनकाल के दौरान हुए नरसंहारों की याद दिलाते हुए तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला।

ये भी पढ़ें:-Unified Pension Scheme कैसे बनेगी सरकारी कर्मचारियों के बुढ़ापे की लाठी, पांच प्वाइंट में समझें

जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। नीतीश सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि राज्य में लगभग 1000 पुल-पुलिया का निर्माण किया जाएगा। इसका लाभ समस्तीपुर के लोगों को भी मिलेगा। पुरानी सड़कों का जीर्णोद्धार व चौड़ीकरण भी किया जाना है।

मंत्री रविवार को स्थानीय अतिथि भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने राजद प्रमुख पर भी निशाना साधा। लालू-राबड़ी के शासनकाल के नरसंहारों की याद दिलाई। साथ ही, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में कोई भी नरसंहार नहीं हुआ। हिंदू-मुस्लिम, सभी का विकास हो रहा है।

ये भी पढ़ें:-भारत की GDP को लगेगा झटका! इस वजह से धीमी हो सकती है इकोनॉमी की रफ्तार

लालू-राबड़ी का शासनकाल याद करें तेजस्वी

उन्होंने कहा कि बिहार में लालू-राबड़ी के 18 साल गुजर चुके हैं। नई पीढ़ी उस जमाने के नरसंहार और अपहरण उद्योग को नहीं जानती। तेजस्वी पुरानी बातों को भूलकर ला एंड ऑर्डर की बात करते हैं। उन्हें अपने माता-पिता के शासनकाल को याद करना चाहिए।

बेटी शांभवी के कार्यों की तारीफ की

मंत्री ने अपनी बेटी सह समस्तीपुर की सांसद शांभवी के प्रयासों की सराहना की। चौधरी ने कहा कि शांभवी अपने एक वर्ष के वेतन के पैसे दलित व महादलित बेटियों की शिक्षा पर खर्च करेंगी।

ये भी पढ़ें:- 24 घंटे के अंदर पैन अपडेट करो, नहीं तो अकाउंट हो जाएगा ब्लाॅक… मैसेज ने मचाया हड़कंप, क्या है वायरल दावे की सच्चाई?

शिक्षा की अलख जलाने की जरूरत

अशोक चौधरी बिहार राज्य शिक्षा सेवक तालिमी मरकज संघ की जिला कमेटी की ओर से जननायक कर्पूरी सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि समाज की हर बुराइयों को दूर कर घर-घर में शिक्षा की अलख जलाने की जरूरत है।

ये भी पढ़ें:- रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकना ही भूल गया ड्राइवर, यात्री रह गए हक्के-बक्के

उन्होंने कहा कि कर्तव्य परायणता का अर्थ कर्तव्य के प्रति आदरभाव रखना होता है। यथाशक्ति और आवश्यकतानुसार कार्य करना ही कर्तव्यपरायण होने की पहचान है।

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top