All for Joomla All for Webmasters
हरियाणा

Haryana Election 2024: चौटाला ने पूछा- भजनलाल-मनीराम तो ठीक, रामबिलास व धीरपाल कैसे साढ़ू हुए, पढ़ें चुनावी किस्से

Haryana Assembly Election 2024 हरियाणवी लहजा ही हाजिर जवाबी के साथ हास्य रंग लिए हैं। राजनीति में कई बार विभिन्न मंच से नेताओं ने आपस में व्यंग्य बाण चलाए तो विधानसभा में गंभीर बनी स्थिति भी दिग्गजों ने अपने अनोखे अंदाज के सवाल से संभाली। पढ़िये 20 नवंबर 1996 के विधानसभा सत्र के दौरान का ऐसा ही एक चुनावी किस्सा…

ये भी पढ़ें:–  पहली बात तो ट्रैफिक रूल तोड़ो मत, टूट भी जाए तो UPI से पेमेंट करो, फिर छुट्टी

अमित पोपली, चंडीगढ़। विधानसभा का ये सत्र ऐसा था जब राजनीति के कई दिगगज इस सदन का हिस्सा थे। मौका उस समय का है जब तारंकित प्रश्न पर आधा घंटे की चर्चा चल रही थी। इसमें सूबे में डिस्टलरी लगाए जाने, नशा आदि बेचने से जुड़े विषय पर पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल और विधायक मनी राम गोदारा आमने-सामने की स्थिति तक जा पहुंचे थे। लेकिन स्थिति को गंभीर न होने देने का मोर्चा संभाला सबसे हाजिर जवाब पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने।

ये भी पढ़ें:–  पेट्रोल पंप से तेल भरवाने पर होगी 8.5% की बचत, यह नया क्रेडिट कार्ड सेविंग कराएगा शानदार

सवाल ऐसे हास्य रस के साथ पूछा गया कि सदन का माहौल ही अलग हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा, अध्यक्ष महोदय, एक थोड़ी सी जानकारी मैं आपके माध्यम से चाहूंगा कि चौधरी मनी राम और भजन लाल एक दूसरे को साढू कहते हैं क्योंकि ये एक गांव में ब्याहे हैं। यह तो माना जा सकता है। लेकिन सदन में कल राम बिलास शर्मा जी ने धीरपाल को साढ़ू कहा, यह स्पष्ट कर दें कि यह कैसे हुआ ? (इस बात पर सभी हंसने लगे)

बंसीलाल तो किसानों पर घोड़े दुड़वाया करते थे

चौधरी बंसी लाल जब मुख्यमंत्री थे तो जब किसान गन्ने का भाव बढ़ाने के लिए आन्दोलन किया करते थे, तब ये उन किसानों पर घोड़े दुड़वाया करते थे और ठंडे पानी के फव्वारे फेंकने का काम किया करते थे। चौटाला की इस बात पर सीएम बंसी लाल ने कहा, स्पीकर सर, मेरे शासन काल में गन्ने के भाव पर एजीटेशन हुआ ही नहीं। पलटते हुए चौटाला जवाब देते है, 1986 में यमुनानगर में ऐजीटेशन हुआ था।

ये भी पढ़ें:–  1000 में खरीदें टिकट 4000 में बेचो, जोमैटो बनाने जा रहा कालाबाजारी को लीगल? क्या है ये नई सर्विस

बीरेंद्र ने चुटकी ली- चौटाला राज में कौन गन्ना फूंकता

उचाना कलां से कांग्रेस के विधायक वीरेंद्र सिंह ने भी ओपी चौटाला पर चुटकी ली। कहा-स्पीकर सर, चौटाला साहब के राज में तो कोई गन्ना नहीं जलाया गया। क्योंकि ये तो रहे ही 4-5 महीने थे। गन्ना जलाने की फुर्सत कहां थी। (ऐसा कहने के बाद सभी हंसने लगे), उन 5 महीने के टाइम में भी यह बात प्रचलित थी कि चौटाला साहब को किसी ज्योतिषी ने यह बता दिया था कि आप तीन बार मुख्यमंत्री बनेंगे। तो ये फटाफट तीन बार बन लिए।

ये भी पढ़ें:- एक और कंपनी बाजार में लिस्ट होने को तैयार; 2 सितंबर से खुल रहा IPO, जानें प्राइस बैंड समेत डीटेल्स

देवीलाल के समय किसी ने गन्ना नहीं जलाया- चौटाला 

सदन में गन्ना किसानों के भुगतान और ब्याज की बात पर विस्तार से चर्चा चल रही थी। विधायक बीरेंद्र सिंह ने अभी अपनी बात रखी ही थी कि पलटते हुए पूर्व सीएम ओपी चौटाला बोल पड़े, स्पीकर सर, मेरी पर्सनल एक्सप्लेनेशन है।

ये भी पढ़ें:- 30 अगस्त से खुल रहा मुनाफे वाली कंपनी का IPO, प्राइस बैंड ₹389, ग्रे मार्केट में अभी से तेजी, झुनझुनवाला का है बड़ा दांव

अभी मुख्यमंत्री जी ने हाउस को गुमराह किया है कि देवीलाल के राज में गन्ना जलाया गया है। इस पर राजकुमार सैनी ने कहा, स्पीकर सर, सात एकड़ में तो गन्ना उस समय मैंने जलाया था। चौटाला बोले, स्पीकर साहब, चौधरी देवीलाल के शासनकाल में गन्ना पैदा करने के लिए किसानों को बहुत प्रोत्साहित किया गया।

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top