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हेल्थ

40 के बाद महिलाओं के शरीर में होते हैं ये बदलाव, सामान्य हैं ये मानसिक और शारीरिक परिवर्तन, जानें हेल्‍दी रहने के तरीके

women’s health after 40: मिडिल एज में प्रवेश करते वक्‍त महिलाओं के मेंटल और फिजिकल हेल्‍थ में काफी बदलाव आने लगते हैं. इसकी वजह हार्मोनल उतार-चढ़ाव से लेकर मेटाबॉलिज्म में बदलाव हो सकते हैं. ऐसे में सेल्‍फकेयर बहुत जरूरी है.

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Women Health After 40: उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रक्रिया है. जब आप 40 की उम्र में प्रवेश करती हैं तो आपके शरीर में कई तरह के बदलाव शुरू होते हैं. यह वजह समय होता है जब आप मेनोपॉज फेज में प्रवेश करने वाली हैं. ऐसे में अगर आपके शरीर में कुछ परेशानी महसूस हो रही है तो इससे परेशान न हों. आप अपने डाइट और फिटनेस पर ध्‍यान देकर इन परेशानियों को दूर कर सकती हैं. क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, महिलाएं इस समय पेरिमेनोपॉज (perimenopause) फेज में होती हैं यानी मेनोपॉज फेज की तरफ बढ़ती रहती हैं. इस दौरान महिलाओं के मेंटल और फिजिकल हेल्‍थ में काफी कुछ बदलाव आना शुरू हो जाता है. यहां हम बता रहे हैं कि 40 की उम्र के बाद अधिकतर महिलाओं के शरीर में क्‍या अंतर आने लगते हैं.

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40 के बाद महिलाओं के शरीर में आने लगते हैं ये बदलाव (Woman faces these 8 mental physical changes after 40)

मेनोपॉज और हार्मोनल बदलाव: आमतौर पर 40 के अंतिम या 50 के शुरुआती सालों में मेनोपॉज होता है जो दरअसल महिलाओं के प्रजनन क्षमता के अंत का संकेत है. इस दौरान हॉट फ्लैश, रात में पसीना आना, मूड स्विंग और पीरियड्स में बदलाव जैसे लक्षण दिखते हैं.

वजन का बढ़ना: कई महिलाएं अपने शरीर के आकार में बदलाव महसूस करती हैं. खासकर पेट के आसपास चर्बी बढ़ने लगती है. यह हार्मोनल बदलाव और मेटाबॉलिज्म स्‍लो होने के कारण होता है. नियमित व्यायाम और संतुलित आहार से इसे कंट्रोल किया जा सकता है.

मूड स्विंग होना : हार्मोनल बदलाव से मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, चिंता और अवसाद हो सकते हैं. तनाव कम करने वाली एक्टिविटी में हिस्‍सा लें, लोगों से मिलें जुलें. सेल्फकेयर पर ध्‍यान दें.

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हड्डियों में परेशानी: महिलाओं में एस्ट्रोजन के स्तर में कमी से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए महिलाओं के लिए हड्डियों का ध्यान रखना जरूरी होता है. इसके लिए आप  कैल्शियम युक्त भोजन करें.

नींद में कमी: कई महिलाओं को रात में नींद नहीं आती. हार्मोनल बदलाव, मेंटल स्‍ट्रेस इसकी वजह हो सकते हैं. ऐसे में हेल्‍दी रहने के लिए सोने का समय तय करना, आरामदायक वातावरण बनाना और अच्छी नींद की आदतें अपनाना जरूरी है.

त्वचा और बालों में बदलाव: एस्ट्रोजन की कमी से महिलाओं की त्वचा और बालों में बदलाव आ सकता है. त्वचा रूखी हो सकती है और रिंकल्स बन सकते हैं, बाल पतले और बेजान दिख सकते हैं. इसके लिए नियमित मॉइस्चराइजिंग, यूवी किरणों से प्रोटेक्शन और बालों की देखभाल करना जरूरी है.

चीजों को भूलना: कुछ महिलाओं को उम्र बढ़ने के साथ मेमोरी लॉस की परेशानी हो सकती है जबकि ध्यान केंद्रित करने में भी दिक्कत हो सकती है. ऐसे में ब्रेन गेम में हिस्‍सा लें, सक्रीय रहें, हेल्‍दी फूड खाएं.

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