मुंगेर में गंगा नदी पर बन रहे सड़क पुल पहुंच पथ का उद्घाटन 25 दिसंबर को होना है। उसमें अब 24 घंटे शेष रह गए हैं लेकिन अब भी बहुत काम बाकी है। कार्य की गति को देखकर ऐसा लग रहा है कि पहुंच पथ का उद्घाटन भले निर्धारित तिथि को हो जाए लेकिन इस पर आवाजाही करने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ सकता है।
दरअसल इसके निर्माण का काम अभी काफी बचा है। एनएच 31 खगड़िया की ओर से मुंगेर जाने के लिए शुरू हुए पुल निर्माण के हिस्से के 605वें मीटर पर दो स्पैन में ढलाई का काम गुरुवार के दिन तक नहीं हो पाया था। दोनों गार्डर पर फ्रेबिकेटेड स्टील स्लैब चढ़ाने के बाद उसे पूरी तरह से फिक्स कर दिया गया है। इसके बीच में ढलाई को लेकर लोहे के चदरा को भी लगाया गया है। हालांकि देर रात ढलाई होने की बात कही जा रही है।
इसके अतिरिक्त अभी पुल के पश्चिमी हिस्से में शालिग्रामी गांव के निकट लगभग एक किलोमीटर तक मिट्टी का ही काम किया जा रहा है। यहां एप्रोच सड़क अभी वाहनों के चलने लायक अब तक कम से कम वन वे भी नहीं हो पाया है। वहीं पुल के एक किलोमीटर के बाद से रघुनाथपुर व मोहनपुर गांव के निकट वन वे एप्रोच पथ का निर्माण हो चुका है।
एप्रोच पथ के निर्माण कार्य को पूर्ण करने को लेकर लगातार दिन रात काम काफी तेजी से किया जा रहा है। वहीं पुल के पाया यानि आरपी टू पी 16 व 17 से पहले तक पुल पर बीसी यानि अलकतरा पीचिंग का काम किया जा चुका है। वहीं रेलिंग की रंगाई का काम भी काफी तेजी से किया जा रहा है।
वहीं मुंगेर में आईटीसी दूध फैक्ट्री, कालापत्थर, नया गांव, श्यामपुर, चौखंडी में बायपास ओवरब्रिज का निर्माण का काम पूरा नहीं हो पाया है। निर्माण कंपनी के मुताबिक जिस वीओबी पर मिट्टी और बालू भरायी का काम शेष है वहां डायवर्जन के रास्ते एप्रोच रोड तक पहुंचा जा सकेगा। इस बीच यह सब कार्य अनवरत जारी रहेगा। वहीं एसपी सिंगला कंपनी के इंजीनियर दिवाकर प्रसाद ने बताया कि उद्घाटन को लेकर काम काफी तेजी से किया जा रहा है।
कल मुख्यमंत्री करेंगे पुल का उद्घाटन
मुख्यमंत्री 25 दिसंबर को हेलीकॉप्टर से मुंगेर रेल सह सड़क पुल के का उद्घाटन करने के लिए मुंगेर पहुंच रहे हैं। उनका हेलीकॉप्टर चंडिका स्थान के पिछले भाग में बने एप्रोच पथ के सड़क पर ही उतरेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पुल का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री एप्रोच पथ से ही नीचे उतर कर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। जहां कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।