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उत्तराखंड

भारत का वो गांव जहां के होटल चलाती हैं केवल महिलाएं, खाने से लेकर पहाड़ों पर घुमाने तक सब है इन्हीं के जिम्मे

The Women Village, Uttarakhand: आपने अभी तक कई गांव देखे होंगे, लेकिन कभी द वीमेन विलेज के बारे में सुना था, जहां केवल महिलाएं ही इस जगह का स्टे चलाती हैं? जी हां, महिला सशक्तिकरण की भावना से जुड़ी इस जगह को देखने के लिए लोग सबसे ज्यादा आते हैं। 

उत्तराखंड में ऐसी कई जगह हैं, जो अपनी ऑफबीट प्लेस के रूप में फेमस हैं, जहां जाकर टूरिस्ट को ऐसा लगता है, काश हम यहां पहले आए होते! लेकिन कोई जगह इतनी अनोखी होगी ये हमने भी नहीं सोचा था। हम बात कर रहे हैं, एक ऐसे गांव की जहां की हर एक चीज चलाने का भार केवल और केवल महिलाओं ने उठाया है। इस गांव को ‘द वीमेन विलेज’ भी कहते हैं।

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द वीमेन विलेज (इसे बुआरी गांव भी कहते हैं), उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में छिपा हुआ एक रत्न है, जहां प्रकृति की सुंदरता महिला सशक्तिकरण की भावना के साथ जुड़ी हुई है। बड़े-बड़े पहाड़ों, हरे-भरे घास के मैदानों से घिरा यह गांव शहर की भागदौड़ से बचने के लिए एक अनोखा स्थान है। अगर आप ऐसी यूनीक प्लेस पर जाने का सोच रहे हैं, तो चलिए आपको यहां की हर एक चीज से वाकिफ कराते हैं। (photo credit: bakrichhap.com and the_womens_village@instagram)द वीमेन विलेज, मथौली के बारे में

अगर आप शहर की भीड़-भाड़ से दूर एक शांत और सुंदर जगह पर आना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित बुआरी गांव आपके और आपकी फैमिली के लिए परफेक्ट है। यह गांव पहाड़ों से घिरा हुआ है, और यहां के नजारे देखने लायक होते हैं। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं बुआरी गांव केवल अपनी खूबसूरती के लिए ही फेमस है, तो ऐसा बिल्कुल नहीं है, यहां की महिलाओं के लिए इस जगह को जाना जाता है। यहां की औरतें स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही हैं। वे फार्म स्टे चलाती हैं, और अपनी मेहनत से गांव का विकास कर रही हैं। (photo credit: bakrichhap.com)

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द वीमेन विलेज में रहने का एक्सपीरियंस ​हिमालय में स्थित द विमेन विलेज कम्फर्टेबल कॉटेज के साथ-साथ खूबसूरत नजारे भी पेश करता है। यहां आप लोकल फूड का आनंद ले सकते हैं और शांतिपूर्ण वातावरण में गांव की आरामदायक जिंदगी का मजा उठा सकते हैं। यहां आने वाले हर व्यक्ति को मानसिक शांति और ग्रामीण जीवन में रहने का अवसर मिलता है।

यहां मिलने वाले कॉटेजेस ​हर कॉटेज को प्रकृति के इर्द-गिर्द काफी सोच-समझकर बनाया गया है। यहां आपको लकड़ी के फर्नीचर मिलेंगे, जो एकदम गांव में रहने वाला फील देंगे। यहां आरामदायक डबल बेड और एक अटैच बाथरूम होगा। इस जगह की हर एक चीज ग्रामीण जीवन की सादगी और शांति से जुड़ी हुआ है। यहां आने वाले गेस्ट के लिए पार्किंग है, एक किचन है और बढ़िया डाइनिंग रूम है, जिसमें एक लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।

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यहां मिलने वाला खाना

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यहां आने वाले गेस्ट को लोकल सामग्रियों से तैयार किया गया खाना खिलवाया जाता है। जिसमें गढ़वाली डिशेस का अलग ही टेस्ट होता है। यही नहीं, यहां के फार्म में फ्रेश फ्रूट्स से बगीचों की फ्रेश सब्जियों तक, हर एक चीज का मजा लिया जा सकता है। आप दिन के समय पेड़ के नीचे बैठकर कुछ देर आराम कर सकते हैं और रात के समय बॉनफायर का लुत्फ उठा सकते हैं। (photo credit: bakrichhap.com and thr_women_village@insta)

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आसपास करें अनोखी एक्टिविटीज

आप यहां ढेरों मनोरंजन वाले ऑप्शंस में शामिल हो सकते हैं। यहां फार्मिंग देख सकते हैं, घुड़सवारी का आनंद उठा सकते हैं। कंदक ट्रेक या जगदेही ट्रेक जैसी एडवेंचर ट्रेकिंग पर निकल सकते हैं। यही नहीं, इस जगह पर इंटरनेशनल वीमेंस डे पर घास काटने जैसी प्रतियोगिता भी होती है, जिसमें गेस्ट को बड़ा मजा आता है। (photo credit: bakrichhap.com)

कैसे पहुंचे द वीमेन विलेज, मथौली

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देहरादून से 121 किलोमीटर की खूबसूरत ड्राइव के बाद, 150/400 मीटर तक आपको थोड़ा सा पैदल चलना होगा, ये रास्ता बकरी चप्स के कुछ बड़े उद्यमियों द्वारा बनवाया गया है। अगर आप पैदल नहीं चलना चाहते हैं, तो देहरादून से आपके पास कई दूसरे ऑप्शन भी हैं। यहां से आप चिनालीसौर तक टैक्सी ले सकते हैं और फिर एक अन्य टैक्सी से मथोली जा सकते हैं।

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दूसरे ऑप्शन में, देहरादून से उत्तरकाशी के लिए, सुवा खोली, मोर्यना टॉप और चिनालीसौर होते हुए बस सेवा उपलब्ध हैं। वहीं अगर आप ऋषिकेश से आ रहे हैं, तो चंबा, चिनालीसौर और ब्रेथी तक बस सेवा भी उपलब्ध हैं। फिर ब्रेथी बस स्टैंड से, मथोली तक टैक्सी के लिए टैक्सी ले सकते हैं।

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