Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में न्यू ईयर, सामाजिक और धार्मिक आयोजन बड़े स्तर पर नहीं होंगे. इन आयोजनों पर जिला प्रशासन ने ब्रेक लगा दिया है. कलेक्टर की गाइडलाइन के मुताबिक, किसी भी आयोजन में उसकी क्षमता से 50 फीसदी लोग ही मौजूद होंगे. जबरदस्ती भीड़ बिल्कुल नहीं होगी. कलेक्टर ने इन आयोजनों की निगरानी के लिए एसडीएम और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. दूसरी ओर, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि बिलासपुर में कोविड 19 तेजी से फैल रहा है. विदेशों से आ रहे लोग बिना बताए गायब हो जा रहे हैं.
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में ओमिक्रॉन संक्रमण के चलते न्यू ईयर और बड़े आयोजनों पर एक बार फिर से ब्रेक लग गया है. जिला प्रशासन ने इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी है. इसके मुताबिक, अब किसी भी कार्यक्रम में 50 फीसदी लोग ही मौजूद होंगे. कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा है कि ऐसे आयोजनों पर कड़ी निगरानी रखें.
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि प्रदेश में ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता दिखाई दे रहा है. इसलिए उनकी टीम 17 नवंबर से ही विदेश से आने वाले लोगों की निगरानी कर रही है. हालांकि, चुनौती ये है कि विदेश से आने वाले लोग बिना जानकारी दिए ही चुपचाप यहां-वहां जा रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी तक जिले में विदेशों से 200 से ज्यादा लोग आ चुके हैं. इनमें से बड़ी संख्या में लोगों ने होम आइसोलेशन पूरा कर लिया है. खतरा केवल विदेशों से आने वाले लोगों से ही नहीं है, बल्कि दूसरे प्रदेशों के संक्रमित लोग भी संक्रमण की दर बढ़ा सकते हैं.
कलेक्टर ने एसडीएम को दी जिम्मेदारी
यही वजह है कि बिलासपुर जिला प्रशासन ने नए आदेश जारी किए. आदेश के मुताबिक, न्यू ईयर, सामाजिक और धार्मिक जैसे कार्यक्रमों में क्षमता के 50 फीसदी लोग ही उपस्थित हो सकेंगे. कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने नए साल पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर निगरानी की जिम्मेदारी SDM और पुलिस अफसरों को दी है.
25 से ज्यादा एक्टिव मरीज
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिसंबर महीने में बिलासपुर जिले में कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. सितंबर-अक्टूबर में सप्ताह में यहां करीब 6 पॉजिटिव मरीज थे, जबकि एक दिसंबर से यहां औसतन 3 मरीज रोज मिल रहे हैं. जिले में फिलहाल 25 ज्यादा एक्टिव कोरोना मरीज हैं. ऐसे में किसी भी बड़े आयोजन में संक्रमण के फैलने का खतरा है.
कई राज्यों में लगा नाइट कर्फ्यू
देश में तेजी से ओमिक्रॉन के मामले सामने आ रहे हैं. अब तक 17 राज्यों कोविड का नया वेरिएंट अपने पैर पसार चुका है. इस बीच लगातार तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकारे हरकत में आ गई है और एक बार फिर से संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रतिबंधों को लागू कर दिया गया है. शुक्रवार को महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल और गुजरात में ओमिक्रॉन के मामले सामने आने के साथ ही देश में नए वेरिएंट के कुल मामले 400 के पार पहुंच गए हैं. संक्रमण को रोकने के लिए अब छह राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओमिक्रॉन को लेकर दी गई चेतावनी के बाद राज्य सरकारों ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शुक्रवार को कहा कि ओमिक्रॉन में सामुदायिक ट्रांसमिसन काफी तेज है. इसके मामले 1.5 दिन में दोगुने हो रहे हैं. आइए जानते है कि किन किन राज्यों ने किस किस तरह के प्रतिबंध लगाए हैं.