आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना किसी भी क्रिकेटर के लिए बड़ा सम्मान है. विराट कोहली के दोस्त एबी डिविलियर्स सहित एलिस्टर कुक और भारत की पूर्व महिला स्पिन गेंदबाज नीतू डेविड को इस खास क्लब में जगह मिली है. डिविलियर्स और विराट ने लंबे समय तक आईपीएल में आरसीबी की ओर से एक साथ खेले. दोनों ने कई मैचों में टीम को जीत दिलाई.
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नई दिल्ली. धाकड़ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक सहित भारत की पूर्व महिला क्रिकेटर ने आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह बनाई है. नीतू मौजूदा समय में महिला टीम की सेलेक्शन कमिटी की अध्यक्ष हैं. एक पारी में 53 रन देकर 8 विकेट लेने वाली भारत की यह पूर्व स्पिनर इस प्रतिष्ठित क्लब में शामिल होने वाली भारत की दूसरी महिला क्रिकेटर बन गई हैं. नीतू को पूर्व कप्तान डाइना इडुल्जी को शामिल किए जाने के एक साल बाद आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह मिली है.
बाएं हाथ की स्पिनर नीतू ने भारत के लिए 100 से अधिक इंटरनेशनल मैच (10 टेस्ट और 97 वनडे) खेले. वनडे में 47 साल की नीतू 141 विकेट के साथ भारत की दूसरी सबसे सफल गेंदबाज हैं. वह 50 ओवर के प्रारूप में 100 विकेट के आंकड़े को छूने वाली देश की पहली महिला गेंदबाज भी रहीं. विश्व कप 2005 की सबसे सफल गेंदबाज नीतू ने भारत को पहली बार फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. नीतू ने इस मौके पर कहा, ‘आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना बेहद सम्मान की बात है जिसे मैं राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने वाले किसी भी खिलाड़ी के लिए सर्वोच्च मान्यता मानती हूं.’
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नीतू 53 रन देकर 8 विकेट ले चुकी हैं
नीतू ने 1995 में 17 साल की उम्र में नेल्सन में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला. उन्होंने 1995 में ही जमशेदपुर में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की दो रन की करीबी हार के दौरान 53 रन देकर आठ विकेट चटकाए जो आज भी महिला टेस्ट में एक पारी में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत गेंदबाजी प्रदर्शन है. नीतू ने 10 टेस्ट में 41 विकेट चटकाए जबकि 97 एकदिवसीय मुकाबलों में 16.34 के औसत से 141 विकेट हासिल किए. नीतू ने 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया लेकिन दो साल बाद अपना फैसला बदलते हुए वनडे प्रारूप में एशिया कप और भारत के इंग्लैंड दौरे पर खेलीं.
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डिविलियर्स ने 14 साल के करियर में 20 हजार से ज्यादा रन बनाए
दूसरी तरफ कुक ने 250 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 2018 में इंग्लैंड की ओर से सबसे अधिक टेस्ट रन और शतक बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा. वह कप्तान के रूप में भी काफी सफल रहे. डिविलियर्स ने 14 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में तीनों प्रारूपों में 20 हजार से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए. मैदान के चारों तरफ शॉट खेलने की क्षमता के लिए डिविलियर्स को ‘मिस्टर 360’ भी कहा जाता है. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की ओर से वनडे क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक, शतक और 150 रन का रिकॉर्ड बनाया और उन्हें खेल के इतिहास के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है.