बैंकों का फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) निवेश का एक भरोसेमंद ऑप्शन है. FD में निवेश की सुविधा 7 दिन से 10 साल तक की अवधि के लिए मिलती है. बैंकों में डिपॉजिट पर भरोसा रहने के साथ-साथ इस पर एक निश्चित ब्याज आपको तय समय पर मिलती है. उस वक्त बाजार के हालात चाहे जो हों डिपॉजिट पर तय ब्याज मिलेगा. FD की सिर्फ इतनी ही खासियत नहीं है, बल्कि कई ऐसे फायदे हैं, जिन्हें हमें जानना चाहिए. आइए ऐसे ही 5 फायदे जानते हैं, जो बनाते हैं इस निवेश को दमदार…
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FD में निवेश के कई ऑप्शन मिलते हैं. इसमें आप अपनी रकम और समय के मुताबिक FD करा सकते हैं. आमतौर पर एफडी 7 दिन से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए कराई जा सकती है. SBI न्यूनतम 1000 रुपए तक की FD करता है. वहीं SBI में एफडी की अधिकतम राशि को लेकर कोई सीमा नहीं है.
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FD पर ले सकते हैं लोन
FD की एक खासियत यह भी है कि आप इसके बदले लोन ले सकते हैं. अगर आपको अचानक पैसे की जरूरत आ जाए तो बिना FD को तुड़वाए आप इसके बदले लोन ले सकते हैं. आमतौर पर जितने रुपये की FD होती है, उसका 90 फीसदी तक लोन के रूप में आसानी से मिल जाता है. अमूमन FD के एवज में मिलने वाले लोन पर ब्याज इअ से एक फीसदी ज्यादा होता है.
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कभी भी निकाल सकते हैं पैसा
FD करने के बाद आपके पास मौका रहता है कि मैच्योरिटी से पहले भी पैसा निकला सकते हैं. हालांकि, प्री-मैच्योर विड्रॉल के लिए कुछ चार्ज देना पड़ता है. अलग-अलग बैंकों में यह अलग-अलग होता है. अमूमन यह एक फीसदी तक हो सकता है. FD की इसी खासियत के चलते इसे लिक्विड निवेश भी कहा जाता है. अगर अचानक कोई इमरजेंसी आ जाए तो आप तुरंत FD से पैसा निकाल सकते हैं.
FD पर कोई रिस्क नहीं
Fixed Deposit को देश में सबसे ज्यादा रिस्क फ्री निवेश (Risk free Investment) ऑप्शन माना जाता है. बैंकों पर RBI की निगरानी रहती है. किसी दूसरे डिपॉजिट ऑप्शंस के मुकाबले FD एक सेफ ऑप्शन है.
निश्चित ब्याज
FD पर ब्याज दरों में बदलाव का असर नहीं होता है. एक बार जिस ब्याज दर FD में आपने निवेश कर दिया, वह आपको गारंटीड मिलेगा. इस दौरान, अगर ब्याज दर कम होती है तो भी तय ब्याज ही मिलेगा. अगर इस दौरान बैंक अपनी ब्याज दर को बढ़ा देती है तो निवेशक को इसका फायदा नहीं मिलता है. वहीं, अगर घटा भी दें तो निवेशक को कोई नुकसान होगा.