संचारी रोग नियंत्रण अभियान की रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह शासन को भेजी जाती है। जिसके आधार पर शासन द्वारा रैंकिंग जारी की जाती है। रैंकिंग में कासगंज का कंपोजिट स्कोर 75 फीसदी, हाथरस का 82 फीसदी, अलीगढ़ का 84 फीसदी और एटा का 89 फीसदी है।
ये भी पढ़ें– केएल राहुल ने ठुकराया LSG का ऑफर, आईपीएल 2025 ऑक्शन में ले सकते हैं भाग
संचारी रोग नियंत्रण दस्तक अभियान में मंडल के चारों जनपद प्रदेश की सूची में रेड जोन में शामिल हैं। प्रदेश भर के जिलों की रैंकिंग सूची में कासगंज 69वें, हाथरस 65वें, अलीगढ़ 61वें और एटा 50वें स्थान पर है। मंडल के नगर विकास और पंचायती राज विभाग समेत सात विभागों की लापरवाही के कारण डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
ये भी पढ़ें– Explainer: क्रिकेट, हॉकी, कुश्ती, शूटिंग, बैडमिंटन… कॉमनवेल्थ गेम्स से हटाए गए भारत के फेवरेट खेल, कहीं कोई साजिश तो…
एक अक्तूबर से संचारी रोग नियंत्रण अभियान तो 11 अक्तूबर से दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में स्वास्थ्य विभाग के अलावा, शिक्षा, आपूर्ति, बाल विकास विभाग, पंचायती राज व खाद्य एवं सुरक्षा विभाग समेत 12 विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। सभी विभाग मिलकर लोगों को संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जागरूक करते हैं।
ये भी पढ़ें– IND vs NZ: पहले ही सेशन में अश्विन ने रचा इतिहास, अपने इस वर्ल्ड रिकॉर्ड से मचाया तहलका
इस अभियान की रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह शासन को भेजी जाती है। जिसके आधार पर शासन द्वारा रैंकिंग जारी की जाती है। रैंकिंग में कासगंज का कंपोजिट स्कोर 75 फीसदी, हाथरस का 82 फीसदी, अलीगढ़ का 84 फीसदी और एटा का 89 फीसदी है। 100 फीसदी कंपोजिट स्कोर के साथ मिर्जापुर, मऊ, वाराणसी, बागपत, भदोही समेत 13 जिले संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रहे हैं। जबकि लखनऊ 94 फीसदी स्कोर के साथ 36वें, गोरखपुर 98 फीसदी स्कोर के साथ 15वें स्थान पर है।