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Mangal Compusolution Limited IPO पहले ही दिन हुआ बुक, देखें सब्सक्रिप्शन स्टेटस, जीएमपी और अन्य डिटेल्स

IPO

मंगल कम्प्यूसोल्यूशन लिमिटेड आईपीओ (Mangal Compusolution Limited IPO) 16.23 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 12 नवंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला और पहले ही दिन निवेशकों के अच्छे रिस्पॉन्स के चलते यह पूरी तरह बुक हो गया.14 नवंबर को बंद होने वाला यह इश्यू सब्सक्रिप्शन के पहले दिन 2.65 गुना सब्सक्राइब हुआ. रिटेल कैटेगरी में 4.34 गुना और एनआईआई कैटेगरी में 0.97 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.यह एक फिक्स्ड प्राइस इश्यू है और 36.06 लाख शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है. कंपनी के प्रमोटर हार्दिक मेघराज जैन, नीता मुकेश देसाई, पथिक मुकेश देसाई, मुकेश खंडूभाई देसाई और बिन्नी पथिक हैं.इस आईपीओ का प्राइस 45 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. एक एप्लिकेशन के साथ न्यूनतम लॉट साइज 3000 शेयरों का है. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए न्यूनतम निवेश राशि 1 लाख 35 हजार रुपये है.कंपनी इस इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग पूंजीगत व्यय और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी.बाजार विश्लेषकों के मुताबिक Mangal Compusolution IPO का मौजूदा जीएमपी 10 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 22.2 प्रतिशत अधिक है. गौरतलब है कि इश्यू खुलने के दो दिन पहले जीएमपी 3 रुपये था. मुंबई स्थित मंगल कंप्यूसॉल्यूशन लिमिटेड कई तरह की इंडस्ट्री में व्यवसायों की जरूरतों को पूरा करने के लिए हार्डवेयर किराये पर देने का समाधान प्रदान करती है.कंपनी आईटी हार्डवेयर किराए पर देती है और एंड-टू-एंड आईटी उपकरण भी प्रदान करती है, जिनमें सर्वर, लैपटॉप, डेस्कटॉप, प्रोजेक्टर, राउटर स्विच, वर्कस्टेशन, प्लाज्मा/एलसीडी टीवी, पीए सिस्टम और विभिन्न कई तरह आईटी उपकरण शामिल हैं.कंपनी के ज्यादातर ग्राहक महाराष्ट्र में हैं, हालांकि यह पूरे भारत में सर्विस देती है.जून 2024 को समाप्त अवधि के लिए, कंपनी ने कुल 4.08 करोड़ रुपये का राजस्व और 80 लाख रुपये का शुद्ध लाभ कमाया.आईटी और बीपीएम क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण विकास उत्प्रेरकों में से एक बन गया है, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद और सार्वजनिक कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देता है.वित्त वर्ष 22 में आईटी उद्योग ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 7.4% का योगदान दिया, और 2025 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में इसके 10% योगदान की उम्मीद है.(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं)

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