Sovereign Gold Bond: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2016-17 की सीरीज III ने पिछले 8 सालों में करीब 160 फीसदी का रिटर्न दिया है। यह गोल्ड बॉन्ड 17 नवंबर 2016 को जारी हुआ था। जिन निवेशकों ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) इस सीरीज III में निवेश किया था, उनके लिए फाइनल रिडंम्पशन की तारीख आ गई है। RBI की ओर से जारी किए गए इस SGB सीरीज की रिडम्पशन तारीख 16 नवंबर 2024 है। निवेशक इस तारीख के बाद अपने निवेश को भुना सकते हैं।
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RBI ने बताया कि रिडंम्पशन पर निवेशकों को 7,788 रुपये प्रति ग्राम के भाव से पैसा मिलेगा। जबकि निवेशकों ने करीब 8 साल पहले 2016 में इस सीरीज को 3,007 रुपये प्रति ग्राम के भाव पर खरीदा था। इस तरह SGB निवेशकों को रिडंम्पशन के दौरान हर ग्राम पर 4,781 रुपये का फायदा मिलेगा। यह करीब 8 सालों में 159 प्रतिशत का रिटर्न है।
बता दें कि इस कैलकुलेशन में अभी उस 2.50 फीसदी के सालाना ब्याज को शामिल नहीं किया गया है, जो सरकार बॉन्डधारकों को देती है। इस ब्याज का भुगतान साल में दो बार होता है। इसे जोड़ने पर यह रिटर्न और भी ज्यादा हो जाएगा।
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रिडम्पशन प्राइस कैसे तय होता है?
भारतीय रिजर्व बैंक, 999 शुद्धता वाले गोल्ड के पिछले एक सप्ताह के औसत बंद भाव के आधार पर फाइनल रिडम्प्शन प्राइस तय करता है। गोल्ड के भाव के लिए RBI, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) की रिपोर्ट का सहारा लेती है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) 2016-17 की सीरीज III के लिए, 4 नवंबर से 8 नवंबर 2024 के बीच गोल्ड का औसत बंद भाव 7,788 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है।
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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB): कैसे रिडीम करें
रिडम्प्शन की राशि बिना कुछ किए ऑटोमैटिक रूप से बॉन्डधारकों के डीमैट खातों से जुड़े बैंक खातों में जमा हो जाएगी। अगर निवेशकों के बैंक और डीमैट खाते से जुड़ी जानकारियां अपडेटेड हैं, तो उन्हें कोई अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, उन्हें देरी से बचने के लिए अपने अकाउंट का KYC करा लेना चाहिए और यह पक्का करना चाहिए कि इसमें कोई गलती नहीं हैं।
अगर निवेशक रिडीम नहीं करना चाहते हैं, तो वे स्टॉक एक्सचेंजों पर भी बॉन्ड को ट्रेड कर सकते हैं। हालांकि बाजार का भाव, सोने के मौजूदा रेट और मांग से अलग हो सकता है।