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उत्तर प्रदेश

Sambhal Violence: रुक-रुक कर हुई हिंसा…5 घंटे बवाल, सुबह मस्जिद से भड़की आग दोपहर तक हिंदूपुरा खेड़ा पहुंची

crime

संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो संभल में बवाल हो गया। रविवार सुबह अचानक टीम के आने पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने पर पुलिस पर पथराव कर दिया। हिंसक हुई भीड़ ने सीओ की गाड़ी समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ कर दी और आग लगा दी। इसी बीच फायरिंग भी शुरू हो गई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। बवाल में घिरकर पांच लोगों की मौत हो गई। कई अधिकारियों समेत दर्जनों लोग घायल हुए हैं। 

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सुबह साढ़े आठ बजे का समय। संभल जामा मस्जिद के सामने जुटी भीड़। सभी के जेहन में मस्जिद में घुसी सर्वे टीम को लेकर कई सवाल। इन सवालों के बीच भीड़ में गहराती रही गफलत की बीज। पुलिस और भीड़ में धक्कामुक्की और इसके बाद अचानक मची भगदड़। फिर देखते ही देखते जामा मस्जिद से भड़की आग दोपहर तक नखासा और हिंदूपुरा खेड़ा तक पहुंच गई। रुक-रुककर पांच घंटे हिंसा होती रही। रविवार को संभल हुए बवाल की कुछ ऐसी तस्वीर उभरकर सामने आई।

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धक्कामुक्की के बाद नोकझोंक
रविवार सुबह जामा मस्जिद के आसपास सामान्य हालात थे। लोग अपने दिनचर्या में लगे थे। तभी अचानक सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंच गई। टीम सीधे मस्जिद में दाखिल हुई। वहीं बाहर टीम की आने की सूचना तेजी फैल गई। आठ बजते-बजते बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। भीड़ मस्जिद के अंदर होने वाली गतिविधियों को जानने के लिए उतावली दिखी। इसी उतवलेपन में भीड़ और पुलिस के बीच सवाल जवाब को लेकर नोकझोंक शुरू हो गई। जो धक्कामुक्की में बदल गई। 

पुलिस ने लाठीचार्ज के बाद आंसू गैस के गोले छोड़े
फिर पथराव और फायरिंग शुरू हो गई। यहां भड़की यह आग दोपहर एक तक नखासा और हिंदूपुरा खेड़ा पहुंच गई। जहां पुलिस और भीड़ में झड़प हुई। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद भी भीड़ नियंत्रित नहीं हो सकी। लोगों का कहना है कि पुलिस की ओर से भी फायरिंग की गई। इस दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर सर्वे टीम को मस्जिद से बाहर निकालकर थाने तक सुरक्षित पहुंचा दिया। 

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सूचना पर शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के थानों और दूसरे जनपदों की फोर्स भी बुला ली गई। इस दौरान करीब पांच घंटे तक संभल बवाल की आग में जलता रहा। पथराव और फायरिंग के बीच पांच लोगों की जान चली गई। जामा मस्जिद के बाहर मामला शांत होने के बाद भी शहर के अन्य हिस्सों में हंगामा और पथराव की घटनाएं सामने आईं।

ड्रोन से हो रही निगरानी रात में भी पुलिस मुस्तैद
सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद संवेदनशील इलाकों में पुलिस ड्रोन से निगरानी कर रही है। पहले के मुकाबले पुलिस ने और अधिक सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। रातभर संभल के गली-मोहल्लों में पुलिस, पीएसी और आरआरएफ कर्मी मुस्तैद रहे। साथ ही पुलिस की गाड़ियां गश्त करती रहीं।

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मस्जिद के चारों ओर सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात
बवाल होने के बाद सुरक्षा के लिहाजा से सैकड़ों सशस्त्र पुलिसकर्मी मस्जिद के चारों ओर तैनात कर दिए गए और कुछ आसपास के गली-मोहल्लों में मुस्तैद किए गए हैं। एएसपी श्रीशचंद्र ने बताया है कि सर्वे के दौरान कुछ लोग सुनियोजित तरीके से एकत्र हुए। जिसके बाद उन्होंने बवाल किया। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।

संभल से मुरादाबाद तक का सूचना तंत्र फेल
पिछले पांच दिनों से संभल में जामा मस्जिद सर्वे को लेकर विवाद चल रहा था। नेता बयानबाजी भी कर रहे थे। पुलिस लोगों को मुचलकों पर पाबंद भी कर रही थी, लेकिन बवाल को भांपने में अधिकारी नहीं बल्कि जिले से लेकर मंडल मुख्यालय तक का सूचना तंत्र भी फेल हो गया। रविवार जैसे बवाल का कोई इनपुट नहीं मिला था।

20 से ज्यादा अधिकारी और पुलिस कर्मचारी हुए जख्मी, एक कांस्टेबल की हालत गंभीर
जामा मस्जिद प्रकरण को लेकर रविवार को संभल में हुई हिंसा में घायल गुन्नौर थाने में तैनात कांस्टेबल आशीष वर्मा की हालत नाजुक है। छरें व पत्थर लगने से एएसपी, एसडीएम और सीओ के अलावा 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसमें कुछ को गंभीर चोट आई है। सभी का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया।

जिला अस्पताल प्रशासन के अनुसार पथराव व फायरिंग में एएसपी संभल उत्तरी श्रीशचंद्र, एसडीएम रमेश बाबू, सीओ संभल अनुज चौधरी, इंस्पेक्टर कुढ़फतेहगढ़ राधेश्याम शर्मा, थानाध्यक्ष रजपुरा हरीश कुमार, थानाध्यक्ष कैलादेवी राजीव कुमार मलिक, कैलादेवी थाने में तैनात कांस्टेबल नितिन सिरोहा, संभल कोतवाली में तैनात कांस्टेबल कपिल कुमार, सचिन कुमार, एसपी के पीआरओ दरोगा संजीव कुमार, संभल कोतवाली में तैनात अनुज कुमार तोमर, शेर सिंह, चंदौसी कोर्ट में तैनात कांस्टेबल विनीत कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक ऑफिस में तैनात कांस्टेबल सोनवीर सिंह, सौरभ प्रताप, यशपाल सिंह, नवदीप सिंह, दीपक कुमार घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल गुन्नौर थाने में तैनात कांस्टेबल आशीष वर्मा को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया है। उनकी हालत नाजुक बनी है। 

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नखासा के दो युवक भी घायल
कार्यवाहक सीएमएस राजेंद्र सैनी ने बताया कि बवाल में नखासा क्षेत्र में रहने वाले हसन पुत्र इरफान और बेगम सराय के रहने वाले अजीम पुत्र खलील अहमद भी घायल हुए हैं।

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