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एसआईपी में निवेश करने के लिए 1, 15 या 30 में से कौन की तारीख रहेगी सही? जानें निवेश से जुड़ी ये अहम जानकारी

निवेश करने के लिए कई बातों पर ध्यान देना जरूरी है. वैसे तो एसआईपी में निवेश करने के लिए 1, 15, और 30 तारीखों का अलग-अलग महत्व हो सकता है. हालांकि लॉन्ग टर्म के लिए तारीखें ज्यादा जरूरी नहीं है. यदि आप बाजार के उतार-चढ़ाव का सही प्रकार से लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए दिन का चुनाव करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.

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कौन सी तारीख को एसआईपी में निवेश करना होगा बेहतर

बाजार के उतार-चढ़ाव का सही से लाभ लेने के लिए तारीख मायने रखती है. यदि आप महीने की पहली तारीख को निवेश करते हैं तो इसका लाभ यह होगा कि आप निवेश की योजना अच्छे से बना पाएंगे. इसके साथ ही निवेश मार्केट के शुरूआती ट्रेंड पर भी निर्भर करता है.यदि महीने की 15 तारीख को निवेश किया जाता है तो मार्केट के महीने के बीच के उतार-चढ़ाव का लाभ मिलेगा. बाजार के जानकारों का कहना है कि ऐसे एसआईपी निवेश में औसत से ज्यादा रिटर्न मिल सकता है.यदि महीने की आखिरी तारीख यानी 30 तारीख को एसआईपी में निवेश किया जाता है तो इससे आपको मार्केट ट्रेंड का अच्छा रिटर्न मिल सकता है. इसका ज्यादा लाभ तभी मिलेगा जब बाजार में ट्रेंड नकारात्मक से सकारात्मक हो.

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बाजार के जानकारों की राय

बाजार के जानकारों का एसआईपी में तारिख के महत्व के बारे में कहना है कि वैसे तो लॉन्ग टर्म में तारीखों से बड़ा असर नहीं होता, लेकिन मिड-डे में यानी महीने में बीच में निवेश करना बाजार की स्थितियों के आंकलन के अनुसार लाभदायक हो सकता है.एसआईपी में निवेश पर बेहतर मुनाफ़ा हासिल करने के लिए जरूरी है कि आपका निवेश नियमित और लॉन्ग टर्म के लिए हो.

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निवेश की शुरुआत से पहले जरूरी है प्लानिंग

निवेश पर मिलने वाले रिटर्न को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए जरूरी है कि निवेश की शुरुआत से पहले ही मार्केट की स्थिति का आकलन किया जाए. पहले से योजना बनाकर बेहतर फंड का चुनाव किया जा सकता है. मार्केट ट्रेंड्स पर नजर बनाए रखने के साथ ही अपनी वित्तीय स्थिति को भी ध्यान में रखना जरूरी है.

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