टाटा प्रोजेक्टस के सीईओ ने कहा कि कंपनी अगले डेढ़ साल के अंदर आईपीओ लेकर आ सकती है. हालांकि, यह तब ही संभव है जब कंपनी लगातार कैश जनरेट कर पाएगी.
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Tata Projects IPO: टाटा प्रोजेक्ट्स के आईपीओ की चर्चा काफी समय से हो रही है और अब ऐसी उम्मीद है कि आने वाले एक से डेढ़ साल के अंदर यह पब्लिक इश्यू आ सकता है. दरअसल ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के सीईओ ने यह जानकारी दी है. इससे पहले पिछले साल टाटा टेक्नोलॉजी का आईपीओ आया था, जिसे निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था और लिस्टिंग पर इसने तगड़ा गेन दिया था. खास बात है कि अगर टाटा प्रोजेक्ट्स का आईपीओ तय समय सीमा पर आता है तो यह 2 साल के अंदर टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का दूसरा पब्लिक इश्यू होगा. टाटा टेक्नोलॉजी का आईपीओ 19 साल बाद टीसीएस के पब्लिक इश्यू के बाद आया था.
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क्या है कंपनी का प्लानिंग
टाटा प्रोजेक्टस के सीईओ विनायक पाई ने कहा कि कंपनी अगले 12 से 18 महीनों में आईपीओ लेकर आ सकती है. हालांकि, यह तब ही संभव है जब कंपनी लगातार कैश जनरेट कर पाएगी. टाटा प्रोजेक्ट्स, कंस्ट्रक्शन कारोबार में एक बड़ा नाम है. मौजूदा वक्त में कंपनी की ऑर्डर बुक 40000 करोड़ रुपये है. कंपनी के ऐतिहासिक प्रोजेक्ट्स में दिल्ली में स्थित नया संसद भवन और मुंबई में अटल सेतु शामिल हैं. खास बात है कि यह कंपनी 20% से अधिक परियोजनाएं टाटा समूह की कंपनियों जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा पावर, इंडियन होटल्स, टाटा स्टील और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से हासिल करती है.
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सीईओ विनायक पई ने कहा, शेयर दो साल पहले से लगभग 8% से बढ़ गया है और इसका श्रेय कैंपस, होटल और ट्रांसमिशन लाइनों सहित विभिन्न क्षेत्रों में समूह के महत्वपूर्ण निवेश को दिया जा सकता है. बता दें कि टाटा प्रोजेक्ट्स में टाटा संस की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है. टाटा संस के पास टाटा प्रोजेक्ट्स में 57 फीसदी का स्टैक है.
(डिस्क्लेमर: यहां आईपीओ को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है. चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए पैसा लगाने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाजइर से परामर्श जरूर करें.)