Health Benefits of Dry Ginger in Winter: सर्दियों के मौसम में जब भी सर्दी-खांसी होती है तो घर में सबसे पहले अदरक खाने को दिया जाता है लेकिन सूखी अदरक या सोंठ इसमें और अधिक काम कर सकता है और यह सर्दियों में कई बीमारियों के लिए अकेला काल है.
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Health Benefits of Dry Ginger in Winter: सर्दियों में सूखी अदरक या सोंठ अकेली ऐसी चीज है जो कई बीमारियों के लिए काल है. सोंठ में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो हमारे लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं. सोंठ का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और गैस, एसिडिटी, अपच, ऐंठन आदि की समस्या कम हो जाती है. यह गठिया और मांसपेशियों के दर्द को चूसने में माहिर है. इसके अलावा, सोंठ खांसी, सर्दी और गले की सूजन में भी राहत देती है. यह शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है. सोंठ का नियमित सेवन सर्दियों में शरीर को गर्मी प्रदान करता है और शरीर को इंफेक्शन डिजीज से बचाता है. इसका सेवन मांसपेशियों और जोड़ो के दर्द में आराम पहुंचाता है. विज्ञान के हिसाब से सोंठ में जिंजेरोल्स और शोगोल्स कंपाउड होते है जो इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जिम्मेदार हैं. इसके अलावा सोंठ में जिंजरिन और सैपोनिन जैसे कंपाउंड्स भी होते हैं जो पाचन में मदद करते हैं और गैस्ट्रोइंटेस्टिनल समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं. टैनिन और फ्लेवोनॉयड्स भी सोंठ में पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. ये सभी कंपाउंड सोंठ को एक प्रभावी औषधि बनाते हैं.
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पाचन क्रिया में बहुत मददगार
हरदोई में शतायु आयुर्वेदा एवं पंचकर्म केंद्र चलाने वाले डॉ. अमित कुमार ने सोंठ के फायदों के बारे में बताते हुए कहा कि सोंठ जोड़ों में दर्द, कमर में दर्द या गठिया जैसी समस्याओं में बहुत प्रभावी होती है.सोंठ में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व आर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं. इसके अलावा इसका सेवन मांसपेशियों की सूजन को कम करने में भी कारगर होता है. सोंठ लगभग सभी आयुर्वेदिक औषधियों में उपयोग होती है. यह पाचन क्रिया में मदद करती है, जिससे भोजन को पचाने में सहारा मिलता है और अग्नि को प्रदीप्त करती है. इसके अलावा इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. चिकित्सक के मुताबिक मसाले के रूप में भी सोंठ का प्रयोग किया जाता है.यदि भोजन से पहले या बाद में सोंठ, जीरा, सौंफ और गुड़ का पाउडर मिलाकर पेय बनाकर सेवन किया जाए तो यह पाचन को उत्तेजित करने के लिए बहुत प्रभावी होता है.
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बीमारियों को भगा मन को खुश करता है सोंठ
डॉक्टर अमित कुमार ने आगे कहा कि सोंठ का सेवन जठराग्नि को बल देने में सहायक होता है, जिससे भूख बढ़ती है. इसे भोजन के बाद या किसी अन्य रूप में लेने से पाचन अच्छा होता है और इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है.जब पाचन सही होता है तो शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूती आती है. मन खुश रहता है. सोंठ का सेवन करने से शरीर में कोई कफ संबंधी विकार नहीं होते हैं. इसलिए इसका नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखता है. यह तथ्य भी देखने को मिलता है कि गाय के बछड़े के जन्म के समय पशु चिकित्सक भी सोंठ का उपयोग करते हैं. उन्होंने कहा, आयुर्वेदिक चिकित्सक कई प्रकार के रोगों के उपचार में सोंठ का इस्तेमाल करते हैं.यह पाइल्स के लिए भी एक प्रभावी औषधि मानी जाती है.इसके अलावा यह लिवर की सफाई और अग्नि को प्रदीप्त करने में भी मदद करता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनकी भूख कम हो. (इनपुट-आईएएनएस)