तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस से वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जाते वक्त वायुसेना के MI-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) समेत 12 अन्य शूरवीर शहीद हो गए थे. हादसे में जनरल रावत की पत्नी की भी मौत हो गई थी.
नई दिल्ली: तमिलनाडु के कुन्नूर में आठ दिसंबर को हुए हेलीकॉप्टर हादसे (Kunnur Helicopter Crash) की जांच पूरी हो गई है और सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच रिपोर्ट रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को सौंप दी गई है. बता दें कि इस हादसे में वायुसेना का MI-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और इसकी जांच ट्राई सर्विसेज की टीम ने की है.
जनरल बिपिन रावत समेत 14 लोगों का निधन
तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस से वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जाते वक्त वायुसेना के MI-17V5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) और और 12 अन्य शूरवीर शहीद हो गए थे. इस हेलीकॉप्टर क्रैश में जनरल रावत की पत्नी की भी मौत हो गई थी.
किन हालात में हुआ हादसा?
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुवाई वाली जांच टीम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को विस्तार से जानकारी दी और बताया कि आखिर किन हालात में ये हादसा हुआ था. इसके साथ ही टीम ने यह भी बताया कि वायुसेना का MI-17 हेलीकॉप्टर क्यों क्रैश हो गया. रक्षा मंत्री के सामने प्रेजेंटेशन के दौरान जांच टीम के साथ वायु सेना के सीनियर अफसर भी मौजूद रहे.
जांच रिपोर्ट में ब्लैक-बॉक्स का डेटा भी शामिल
जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए. साथ ही उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की, जो इस दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे. इसके अलावा उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई, जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था. क्रैश हुए हेलीकॉप्टर का एफडीआर यानि फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानी ब्लैक-बॉक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था. उसका डेटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है.