रीवा के हवाई पट्टी पर पहुंचे कमलनाथ से जब शराबबंदी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने शिवराज सरकार जमकर निशाना साधा.
रीवाः मध्य प्रदेश में शराबबंदी के मुद्दे पर सियासत जारी है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश को नशे में रखना चाहते हैं. बता दें कि प्रदेश में नई शराब नीति 2022-23 को मंजूरी मिलते ही कांग्रेस हमलावर है.
कमलनाथ ने साधा शिवराज सरकार पर निशाना
दरअसल, रीवा के हवाई पट्टी पर पहुंचे कमलनाथ से जब शराबबंदी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने ”भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कई गंभीर आरोप लगाए, उन्होंने कहा कि ”शिवराज सिंह चौहान प्रदेश को नशे में रखना चाहते है और यही वजह है कि शराब की तेजी के साथ बिक्री हो रही है.”
पिलाने की बनाई है नीति
कमलनाथ ने कहा कि ”मध्य प्रदेश की जनता त्रस्त है. किसान, युवा, महिलाएं हर वर्ग सरकार से परेशान हो गया है. ऐसे में शिवराज सिंह चौहान के पास एक ही रास्ता बचा है कि आम जनता को पिलाओ और सुलाओ ताकि वह सच्चाई न जान सके. उन्होंने नई शराब नीति को सीधे तौर पर पिलाने की नीति बताई है.”
क्या है नई आबकारी नीति
नई शराब नीति एक अप्रैल 2022 से लागू होगी. इसके मुताबिक नई शराब दुकानें नहीं खोली जाएंगी. बॉटलिंग फीस में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा. प्रस्ताव में उप दुकान खोला जाना वाणिज्यक कर विभाग द्वारा प्रस्तावित किया गया था, जिसे मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया. अंगूर से शराब बनाने पर वर्ष 2025-26 तक आबकारी शुल्क नहीं लिया जाएगा. जामुन से भी वाइन के निर्माण की अनुमति होगी. भोपाल और इंदौर में माइक्रो ब्रेवरीज खोली जा सकेंगी. शराब दुकानों के ठेके छोटे समूह में दिए जाएंगे.
आदिवासियों के शोषण का भी है आरोप
कांग्रेस ने नई शराब नीति पर को लेकर शरकार पर आदिवासियों के शोषण का आरोप लगाया है. उन्होंने बुधवार को कहा था कि सरकार हेरिटेज वाइन के जरिये आदिवासियों का शोषण करने की कोशिश हो रही है. सिर्फ लोगों को गुमराह किया जा रहा है.