विधानसभा चुनाव 2022 में तराई-भाबर की 13 विधानसभा सीटों पर इस बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के भाबर की लालकुआं सीट से चुनाव मैदान में आने पर इन सीटों पर मुकाबला रोचक होते दिख रहा है। तराई-भाबर क्षेत्र में नैनीताल जिले की 4 व ऊधमसिंह नगर जिले की 9 विधानसभा सीटें आती हैं।
इस बार के चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों तराई-भाबर क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। पुष्कर सिंह धामी के साथ ही हरीश रावत के चुनाव मैदान में आने से तराई-भाबर में चुनावी मुकाबला रोचक होता नजर आ रहा है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव को अगर देखा जाए तो इस चुनाव में भाजपा ने 13 में से 11 सीटों पर कब्जा किया था।
कांग्रेस मात्र हल्द्वानी व जसपुर सीट पर ही जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी। वर्ष 2022 के चुनाव में अगर मुख्यमंत्री धामी की बात की जाए तो तराई-भाबर से जुड़े रहने के कारण उन्हें पिछले चुनाव के प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश रहेगी। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए वर्ष 2017 के चुनाव को पीछे छोड़ते हुए सत्ता संघर्ष में खुद को साबित करना होगा। मुख्यमंत्री धामी खटीमा से खुद की सीट को जीतने के साथ ही तराई-भाबर की हर सीट पर बेहतर प्रदर्शन करने की तैयारी में जुटे हैं।
स्थिति यह है कि वह बागियों को मनाने के लिए खुद प्रयासरत हैं। साथ ही पार्टी के दिग्गजों को भी उन्होंने इस काम में लगा दिया है। इसके साथ ही उनका प्रयास है कि वह खटीमा समेत तराई-भाबर की हर सीट पर जाकर पार्टी प्रत्याशियों को मजबूत करें। तराई-भाबर में पिछले चुनाव की सफलता को कायम रखना, उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं पूर्व एम हरीश रावत ने पहले दिन से ही लालकुआं में नामांकन के बाद से ही आसपास की सीटों में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है।