शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की याद में ग्वालियर में भव्य स्मारक बनाए जाने का ऐलान किया है
भोपाल: मध्य प्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें याद किया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की याद में ग्वालियर में भव्य स्मारक बनाए जाने का ऐलान किया है. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने कहा अरेरा हिल्स स्थित शौर्य स्मारक चौराहा, भोपाल में गत वर्ष यह प्रतिमा स्थापित की गई थी. ग्वालियर में स्व. अटल जी की स्मृति में भव्य और विशाल स्मारक का निर्माण किया जायेगा.
उन्होंने आगे कहा, अटल जी हर दिल अजीज राजनेता थे. उन्होंने विश्व के शक्तिशाली माने जाने वाले राष्ट्रों के आगे कभी घुटने नहीं टेके. स्वाभिमान और साहस के साथ समस्त परिस्थितियों का सामना किया. भारत द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने के समय कुछ देशों ने इसका विरोध किया था, लेकिन अटल जी अपने संकल्प पर अटल रहे. राष्ट्र के नागरिकों की सुरक्षा उनके लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता थी.
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्व. अटल जी ने प्रत्येक देशवासी को कर्तव्य पथ पर अडिग रहने का संदेश दिया. वे भारतीय संस्कृति और संस्कार के प्रतीक थे. उनके गुणों में से हम एक गुण भी यदि ग्रहण कर लें तो सार्थक होगा. मुख्यमंत्री चैहान ने आगे कहा कि स्व. अटल जी की तीसरी पुण्यतिथि पर यह संकल्प लेते हैं कि उनकी कल्पना के अनुसार सरकार चलाकर हम वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे
सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि अटल जी का मानना था छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता. अटल जी एक आदर्श राजनेता थे. उनका व्यक्तित्व सर्व समावेशी था. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और अनेक जन-प्रतिनिधि इस मौके पर उपस्थित थे. इसी तरह भाजपा के प्रदेश दफ्तर में संगठन महामंत्री सुहास भगत व सह संगठन महामंत्री हितानंद ने अटल जी के छाया चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कहा, देश के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, ओजस्वी वक्ता, दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर शत – शत नमन. उनकी उदारवादी सोच, सिद्धांतों व मूल्यों पर आधारित राजनीति, स्पष्टवादिता ने उन्हें सभी दलों में सदैव लोकप्रिय बनाये रखा. उनके आदर्श, विचार, सोच आज भी प्रासंगिक हैं.