दिग्गज अभिनेत्री अरुणा ईरानी ने साल 1941 में गंगा जमुना फिल्म से महज 9 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत कर दी थी। उन्होंने अपने करियर में हर तरह के किरदार निभाए हैं। जहां अरुणा ईरानी ने सकारात्मक भूमिकाएं बखूबी अदा की हैं, तो वहीं नकारात्मक भूमिकाओं में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अपने फिल्मी करियर को लेकर कई बातें बताईं और इसी दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपनी पहली फिल्म में संजय दत्त की मां की भूमिका निभाई और फिर कैसे अगली फिल्म में वह संजय दत्त को रिझाती नजर आईं थीं।
ईटाइम्स को दिए एक इंटरव्यू के दौरान अरुणा ईरानी ने अपने इंडस्ट्री में अपने साथ काम करने वाले सह कलाकारों के बारे में बात की और वहीं संजय दत्त के साथ काम करने का अपना अनुभव भी साझा किया। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा, “मैंने ज्यादातर फिल्म अभिनेताओं के साथ काम किया था और कोई विशिष्ट अभिनेता नहीं है, जिसका मैं नाम लेना चाहूंगी, क्योंकि हर कोई बेहद अच्छा था, जिसके भी साथ काम किया।
दूसरी फिल्म में संजय दत्त को रिझाती नजर आईं थीं अरुणा ईरानी
इसके आगे अरुणा ईरानी ने बात करते हुए बताया कि मुझे संजू (संजय दत्त) के साथ काम करने में भी मजा आया। मैंने उनकी पहली फिल्म में उनकी मां की भूमिका निभाई। इसके आगे उन्होंने हंसते हुए कहा कि उनकी अगली फिल्म में उन्हें (संजय दत्त) रिझाया। मुझे अभी भी समझ नहीं आया कि उस समय लोग इसे कैसे स्वीकार करते थे और यहां तक कि अभी भी।”
ऐसे मिला गंगा जमुना में काम करने का मौका-
अरुणा ईरानी ने इस दौरान अपनी पहली फिल्म गंगा जमुना के बारे में भी बात की। इस फिल्म में उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान अपने पहले ऑडिशन को याद करते हुए कहा कि कैसे दिलीप कुमार ने उन्हें डायलॉग बोलने को कहा और इसके तुरंत बाद उन्हें पहली फिल्म गंगा जमुना में काम करने का मौका मिला।