Mouth Odour: मुंह की बदबू कई कारणों से हो सकती है, लेकिन अगर ऐसी परेशानी आपको भी पेश आने लगे तो बेहतर है कि माउथ टेस्ट जरूर करा लें, क्योंकि ये डायबिटीज का भी संकेत हो सकता है.
- मुंह की बदबू को हल्के में न लें
- हो सकता है मधुमेह का इशारा
- आज ही कराएं माउथ टेस्ट
नई दिल्ली: मौजूदा दौर में देखा जाए तो डायबिटीज (Diabetes) के मरीज दुनिया भर में काफी ज्यादा तादात में हैं, भारत में भी इनकी संख्या काफी ज्यादा है. इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए लोग तरह-तरह की डाइट और दवाईयां लेते हैं. मधुमेह दरअसल जीवनशैली से संबंधित होती है, आपके गलत खान-पान के कारण डायबिटीज हो सकती है. ज्यादातर लोगों को इसके बारे में जल्द पता नहीं चल पाता है और ये समस्याओं को बढ़ा देती है.
डायबिटीज के मरीज के मुंह से कब आती है बदबू?
मायो क्लिनिक के मुताबिक, अगर आपका ब्लड शुगर लेवल ज्यादा है तो आप अपने मुंह के आस-पास कुछ लक्षणों को देख सकते हैं. डॉ. धीरज कपूर, चीफ – एंडोक्रिनोलॉजी (आर्टेमिस अस्पताल, गुरुग्राम) बताते हैं, कि डायबिटीज एक सिस्टेमेटिक (प्रणालीगत) बीमारी है जिसमें शरीर के सभी अंग शामिल होते है और मुंह से इसका ज्यादा पता चलता है. डायबिटीज में किडनी और बाकी अंगो की बात की जाती है, लेकिन हम भूल जाते हैं कि यह बीमारी मुंह से भी जुड़ी है. ऐसा माना जाता है कि अगर किसी की डायबिटीज एक्सरसाइज और अच्छी डाइट की वजह से कंट्रोल में है, लेकिन अचानक ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है तो डेंटल और यूरिन टेस्ट जरूर कराना चाहिए.
माउथ टेस्ट करना जरूरी
सांसों की बदबू (Bad Breath) के कारण माउथ टेस्ट (Mouth Test) करना जरूरी है, जिसे हम हैलिटोसिस कहते हैं. ‘अगर आप देखते हैं कि शुगर लेवल खराब है, तो सांसों में दुर्गंध आती है और अगर आप कैविटी या दांतों में कोई संक्रमण देखते हैं, तो इसके मरीज को डेंटल सर्जरी करानी चाहिए.’
कब करवाएं टेस्ट?
डॉ. कपूर साझा करते हैं कि डायबिटिक केटोएसिडोसिस, यह डायबिटीज की एक इमरजेंसी की स्थिति है, जिसमें कीटोन कारक बनता है, ये एक दुर्गंध है, जो डायबिटीज के रोगियों में आमतौर पर देखी जाती है. 250/300 से ज्यादा शुगर लेवल वाले रोगियों में, डायबिटिक कीटोएसिडोसिस की ओर से संकेत हो सकता है. कीटोन्स मौजूद हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए मरीज को यूरिन चेक करवाना चाहिए. मधुमेह केटोएसिडोसिस और मुंह से दुर्गंध आना, डायबिटीज के मरीजों में होने वाली चिंताजनक स्थिति हैं.