दुनियाभर में 23 मार्च का दिन मौसम विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को मौसम और इसमें हो रहे बदलावों के कारणों से रूबरू कराना है। विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाने में विश्व मौसम संगठन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दुनिया के अलग-अलग देशों में इस दिन कई तरह के कार्यक्रम और बैठक आयोजित किए जाते हैं। विश्व मौसम विज्ञान दिवस लोगों को पृथ्वी के वायुमंडल की रक्षा में उनकी भूमिका के बारे में भी जागरूक करता है।विश्व मौसम दिवस का इतिहास
हर साल 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया जाता है। 23 मार्च का दिन इसलिए चुना गया है क्योंकि 1950 में आज ही के दिन विश्व मौसम संगठन की स्थापना हुई थी।
विश्व मौसम दिवस 2022 की थीम
विश्व मौसम विज्ञान दिवस हर साल एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल इसका थीम है “प्रारंभिक चेतावनी और प्रारंभिक कार्रवाई” (Early Warning and Early Action)
विश्व मौसम दिवस मनाने का उद्देश्य
इस दिन को मनाने का उद्देश्य खराब मौसम के प्रति लोगों को अवगत करा, उससे होने वाले नुकसान को बचाना है। मौसम विभाग से जुड़ी जानकारियों का इस्तेमाल आज के समय में रडारों, कृत्रिम उपग्रहों, नाविकों, समुद्री जहाजों और वो लोग भी फॉलो करते हैं जो सड़क और विमान यातायात के प्रबंधन का काम संभालते हैं। ये सारी चीज़ें मौसम पर्यवेक्षण टावर्स, उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर्स और अलग-अलग तरह के अंकगणितीय मॉडलों से मिल पाता है।
विश्व मौसम दिवस का महत्व
यह दिन किसी एक देश के लिए नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह आम लोगों की सुरक्षा और भलाई के लिए राष्ट्रीय मौसम विज्ञान और जल विज्ञान के जरूरी सहयोग और योगदान को दर्शाता है। इस दिवस को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य धरती पर जलवायु परिवर्तन की वजह से मौसम में हो रहे बदलावों पर लोगों का ध्यान केंद्रित करना है।