कंगना रनौत (Kangana Ranaut) आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी रहा कि एक्ट्रेस को बॉलीवुड में अपनी जमीन तैयार करने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े थे. कंट्रोवर्सी में रहने वाली कंगना की सफलता, जिद और जुनून की कहानी का जीता जागता उदाहरण है. कंगना के 35वें जन्मदिन (Kangana Ranaut Birthday) पर बताते हैं उनके लाइफ के स्ट्रगल की कहानी.
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) एक सफल एक्ट्रेस होने के साथ-साथ फिल्ममेकर भी बन गई हैं. सिल्वर स्क्रीन पर महिला के अलग-अलग किरदारों का सशक्त रोल प्ले कर अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ने वाली कंगना बॉलीवुड की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस में से एक हैं. कभी भूखे पेट सोने वाली एक्ट्रेस की सफलता आश्चर्यजनक है. 23 मार्च 1987 में हिमाचल प्रदेश के भांबला (Bhambla, Himachal Pradesh) में पैदा हुईं एक्ट्रेस बचपन से ही अपने सपनों को लेकर जुनूनी थीं. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
‘क्वीन’, ‘पंगा गर्ल’के नाम से मशहूर कंगना रनौत सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखती हैं. आज भले ही कंगना सफलता की ऊंचाई पर हैं लेकिन ‘क्वीन’ बनने की राह एक्ट्रेस के लिए आसान नहीं रही. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
कंगना रनौत के पिता अमरदीप रनौत अपनी बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन कंगना तो एक्टिंग और मॉडलिंग की दुनिया में अपना मुकाम बनाना चाहती थीं. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने बताया था कि वे 12वीं क्लास में फेल हो गई थीं तो माता-पिता से झगड़ा कर दिल्ली आ गईं. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
जिस समय कंगना ने घर छोड़ा था उस समय वह मात्र 16 साल की थीं. दिल्ली में कंगना रनौत ने बतौर मॉडलिंग करियर शुरू किया. ये दिन काफी मुश्किल भरे थे. कंगना ने खुद बताया था कि ‘कई बार उन्हें सिर्फ ब्रेड या रोटी-अचार खाकर गुजारा करना पड़ता था’. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
कंगना के पिता अपनी बेटी के मॉडलिंग और फिल्मों में काम करने के खिलाफ थे. इसलिए उन्हें घर से फाइनेंशियल हेल्प नहीं मिलती थी. पिता-पुत्री की अनबन काफी बढ़ गई थी. अपने सपनों की मंजिल पाने के लिए दिल्ली के बाद कंगना ने मुंबई का रुख कर लिया. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
कंगना रनौत ने साल 2006 में रिलीज हुई फिल्म ‘गैंगस्टर’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, ये फिल्म मिलने की कहानी भी कम फिल्मी नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अनुराग बासु ने कंगना को एक कैफे में कॉफी पीते हुए देखा और वेटर के जरिए एक कागज कंगना के पास भेजा, जिस पर लिखा था कि क्या वे एक्टिंग में दिलचस्पी रखती हैं. वहीं पर ऑडिशन के लिए ऑफर दे दिया. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
कंगना ने भी अनुराग की पारखी नजर को निराश नहीं किया और अपनी पहली ही फिल्म से बता दिया कि आने वाला वक्त उनका ही है. बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड पाने वाली कंगना को पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
‘क्वीन, ‘पंगा,’’फैशन’ , ‘तनु वेड्स मनु’, ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’, थलाइवी जैसी महिला प्रधान फिल्मों में सशक्त अभिनय दिखा एक्ट्रेस ने बता दिया कि अपने दमखम पर फिल्मों को सफल बनाने का माद्दा उनके पास है. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
कंगना की मेहनत और काबिलियत ही है कि नेशनल फिल्म फेयर अवॉर्ड्स , पद्मश्री जैसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित हो चुकी हैं. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)
कंगना पर्दे पर हो या रोजमर्रा की जिंदगी में, निडर, बेखौफ, बेबाक हैं. वहीं करती हैं जो उनका मन करता है. (फोटो साभार:kanganaranaut/Instagram)