पश्चिमी अधिकारियों की माने तो रूसी सेना ने 37 वीं मोटर राइफल ब्रिगेड के कमांडर यूरी मेदवेदेव को जानबूझकर निशाना बनाया गया था.
Ukraine Russia War: यूक्रेन रूस के बीच लगभग एक महीने से युद्ध चल रहा है. इस जंग में हजारों लोगों की जान जा चुकी है जबकि लाखों लोग देश छोड़ पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं. एक तरफ जहां रूस यूक्रेन के लगभग सभी बड़े शहरों को बर्बाद कर चुका है वहीं लगातार हमलों के बाद भी यूक्रेन या रूस में से कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है.
इस बीच वेस्टर्न अधिकारियों का दावा है कि जंग लड़ रहे रूसी कर्नल को रूसी सैनिकों के ही टैंक से कुचलकर मार दिया है. दरअसल ये कर्नल यूक्रेन में सेना की एक टुकड़ी को लीड कर रहे थे, वहीं इनकी मौत के बाद रूसी सेना को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है. पश्चिमी अधिकारियों की माने तो रूसी सेना ने 37 वीं मोटर राइफल ब्रिगेड के कमांडर यूरी मेदवेदेव को जानबूझकर निशाना बनाया गया था क्योंकि उनकी यूनिट में हताहतों की संख्या पर गुस्सा था.
द सन की रिपोर्ट के अनुसार इस हफ्ते ही कर्नल की एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था. वह कीव के पास मकरिव में युद्ध के दौरान घायल हो गए थे. रिपोर्ट की माने तो उस वक्त उनके पैर पर टैंक चढ़ गया था लेकिन वह बच गए. लेकिन अब पश्चिमी अधिकारियों द्वारा जी गई जानकारी के अनुसार उस कर्नल की मौत हो गई है. उनकी मौत का कारण गंभीर चोटें थी. एक अधिकारी ने बताया कि ब्रिगेड कमांडर अपने ही सैनिकों के हाथों मारे गए.
रूस का दावा- हमारे 1351 सैनिक मारे गए
लगभग एक महीने से चल रहे इस युद्ध ने सैनिको के मानसिक स्थिति पर काभी प्रभाव डाला है. युद्ध के दौरान हावी होती निराशा सैनिकों के आगे एक बड़ी चुनौती है. रूस के सैन्य जनरल स्टॉफ के उप प्रमुख ने बीते शुक्रवार जानकारी दी कि इस जंग नें अब तक 1,351 रूसी सैनिक मारे गए हैं. जबकि 3,825 रूसी सैनिक घायल हुए हैं. वहीं नाटो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 1 महीने से चल रहे इस युद्ध में अबतक 15 हजार रूसी सैनिक मारे गए हैं. रूसी आंकड़े में पूर्वी यूक्रेन में लड़ रहे रूस समर्थित अलगाववादियों को शामिल नहीं किया गया है.