समाचार एजेंसी रॉयटर्स दो सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि फ्लिपकार्ट ने आईपीओ मूल्यांकन लक्ष्य को लगभग एक तिहाई बढ़ाकर 60-70 बिलियन डॉलर करने की योजना बनाई है। इसके अलावा कंपनी इस साल नहीं बल्कि 2023 में अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्ट हो सकती है।
नई दिल्ली, रॉयटर्स। वॉलमार्ट की भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने आंतरिक रूप से अपने आईपीओ मूल्यांकन लक्ष्य को लगभग एक तिहाई बढ़ाकर 60-70 बिलियन डॉलर कर दिया है। इसके साथ ही, अब कंपनी ने इस साल के बजाय, 2023 में अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्टिंग की योजना बनाई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कंपनी की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले दो सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट किया है। एजेंसी के अनुसार, फ्लिपकार्ट ने पहले 50 बिलियन डॉलर का आईपीओ मूल्यांकन लक्ष्य निर्धारित किया था। बता दें कि भारत के तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स स्पेस में फ्लिपकार्ट का मुकाबला अमेजन के साथ रहता है।
सूत्रों ने कहा कि आईपीओ के लिए देरी करने का मुख्य कारण फ्लिपकार्ट की आंतरिक योजना है। कंपनी अपने दो अपेक्षाकृत नए व्यवसायों- ऑनलाइन स्वास्थ्य सेवाओं और यात्रा बुकिंग पर ध्यान केंद्रित करके अपने मूल्यांकन को और बढ़ाना चाहती है। फ्लिपकार्ट की योजनाओं से परिचित दो अलग-अलग सूत्रों ने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट से चल रही वैश्विक बाजार में उथल-पुथल ने भी भारतीय कंपनी को अपनी समयरेखा पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है।
फ्लिपकार्ट ने 2021 में भारतीय यात्रा बुकिंग वेबसाइट क्लियरट्रिप का अधिग्रहण किया था और इस सप्ताह दवाओं के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्य उत्पादों तथा सेवाओं की पेशकश करने के लिए एक “हेल्थ+” ऐप लॉन्च किया है। एक सूत्र ने कहा, “यात्रा व्यवसाय ने उनके लिए पहले से ही अच्छे संकेत दिखाने शुरू कर दिए हैं।”
ऐसे में एक सूत्र ने कहा कि आईपीओ मूल्यांकन लक्ष्य 70 अरब डॉलर तक हो सकता है जबकि दूसरे ने कहा कि यह 60-65 अरब डॉलर के बीच हो सकता है। हालांकि, फ्लिपकार्ट ने इस पर टिप्पणी करने अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया। बता दें कि वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट में लगभग 16 बिलियन डॉलर में करीब 77% हिस्सेदारी खरीदी थी।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका में लिस्टिंग के लिए अब 2023 के मध्य तक की योजना बनाई जा रही है। फिलहाल, फ्लिपकार्ट सिंगापुर में लिस्टेड है और अब अमेरिका में सूचीबद्ध होना चाहती है।