भारत में नॉन वेज (Non-Veg Food) के शौकीनों की कोई कमी नहीं है, लेकिन क्या आप जानते हैं एक हफ्ते में अगर 3 बार से ज्यादा मीट खाया जाए तो सेहत को बड़ा नुकसान हो सकता है.
- हफ्ते में 3 बार से ज्यादा मीट खाना खतरनाक
- हार्ट डिजीज समेत 9 बीमारियों का खतरा
- नॉन वेज खाने की आदत पर लगाएं लगाम
नई दिल्ली: अगर आपको भी मांसाहारी भोजन, जैसे चिकन, मटन खाना बहुत ज्यादा पसंद है तो यह खबर आपके बहुत काम की है. कुछ लोग नॉन वेज (Non-Veg Food) के इतने शौकीन होते हैं उनका बस चले तो वो हर दिन मांसाहारी भोजन खाएं. इस बात में कोई शक नहीं कि मीट, प्रोटीन का रिच सोर्स होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ ही आयरन, जिंक, विटामिन्स और जरूरी फैटी एसिड से भरपूर होता है और सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है. लेकिन अगर आप भी उन लोगों में से है जो रोजाना मीट खाते हैं तो अपनी इस आदत को आज ही बदल दीजिए वरना आप हार्ट डिजीज (Heart Disease), डायबिटीज (Diabetes) और निमोनिया (Pneumonia) जैसी 9 खतरनाक बीमारियों का शिकार हो सकते हैं.
9 तरह की बीमारियों का खतरा
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बीएमसी मेडिसिन (BMC Medicine) नाम के जर्नल में प्रकाशित इस नई स्टडी में यह बात सामने आयी है कि अगर कोई व्यक्ति हफ्ते में 3 दिन या इससे ज्यादा बार रेड मीट (Red Meat), प्रोसेस्ड मीट (Processed Meat)और पोल्ट्री मीट (Poultry Meat) जैसे- चिकन और टर्की का सेवन करता है तो उन्हें 9 अलग-अलग तरह की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे पहले हुई कई स्टडीज और रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट का ज्यादा सेवन करने से पेट के कैंसर (Bowel Cancer) का जोखिम होता है. लेकिन इस स्टडी में ये बात सामने आई है कि मीट का सेवन अधिक करने का सीधा संबंध उन 25 गैर-कैंसरकारी बीमारियों से है जिसकी वजह से सबसे ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती होते हैं.
सेहत हो सकती है खराब
शोधकर्ताओं की इस रिसर्च के साथ ही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) भी ये बात कई बार कह चुका है कि बहुत अधिक मांस खासकर रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट का सेवन करने से सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है. इस स्टडी में ब्रिटेन के 4 लाख 75 हजार मिडिल एज लोगों को शामिल किया गया. इस दौरान शोधकर्ताओं ने इन लोगों की डाइट के साथ ही मेडिकल रिकॉर्ड और अस्पताल में भर्ती होने और मौत के आंकड़ों की भी जांच की. यह स्टडी 8 सालों तक चली. स्टडी में यह नतीजे सामने आए कि औसतन जिन प्रतिभागियों ने हफ्ते में 3 दिन या इससे अधिक बार मीट का सेवन किया उनकी सेहत ज्यादा खराब रही उन लोगों की तुलना में जिन्होंने कम मांस खाया.
हार्ट डिजीज का खतरा
अनप्रोसेस्ड रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट अधिक खाने वाले लोगों में आईस्कैमिक हार्ट डिजीज, निमोनिया, डाइवर्टिकुलर डिजीज, कोलोन पॉलिप्स और डायबिटीज होने का जोखिम अधिक था. जबकि पोल्ट्री मीट अधिक खाने वाले लोगों में गैस्ट्रो-इसोफैगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD), गैस्ट्रिटाइटिस, ड्योडेनिटिस, डाइवर्टिकुलर डिजीज, गॉल ब्लैडर डिजीज और डायबिटीज होने का खतरा अधिक था. रोजाना 70 ग्राम अनप्रोसेस्ड रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट का सेवन करने वालों में हार्ट डिजीज का खतरा 15 फीसदी और डायबिटीज होने का जोखिम 30 फीसदी अधिक था.