Haryana News:. राज्य में भारी बिजली मांग के चलते बिजली कटौती हो रही है. रोजाना 6,500-8200 मेगावाट बिजली डिमांड के चलते हरियाणा 1500-2000 मेगावाट बिजली संकट का सामना कर रहा है.
Haryana News: हरियाणा में भीषण गर्मी के चलते बिजली कटौती ने लोगों की नाक में दम करके रख दिया है. राज्य में भारी बिजली मांग के चलते बिजली कटौती हो रही है. रोजाना 6,500-8200 मेगावाट बिजली डिमांड के चलते हरियाणा 1500-2000 मेगावाट बिजली संकट का सामना कर रहा है. जबकि बिजली कटौती को लेकर ये हालात गर्मियों में ही पैदा होते हैं.
CM मनोहर लाल खट्टर ने बिजली विभाग के साथ एक बैठक की
इसी बीच हरियाणा में बिजली की मांग भी बढ़ रही है. वहीं हरियाणा में तीन से पांच घंटे तक बिजली की कटौती हो रही है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज बिजली की मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए बिजली विभाग के साथ एक बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को मानसून की शुरुआत तक 3,000 मेगावाट एडिशनल बिजली की जरूरत है और राज्य सरकार द्वारा आवश्यक व्यवस्था की जा रही है. इंटरमीडिएट बिजली खरीद के लिए 1,000 मेगावाट की मांग की गई है. गर्मी में बढ़ती बिजली मांग को लेकर बीजेपी और जेजेपी सरकार पर पिछले साल से अडाणी पॉवर लिमिटेड से 1,424 मेगावाट बिजली न लेने का आरोप लगाया गया था.
सतपाल कौशिक ने बिजली संकट को लेकर कहा था यह
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सतपाल कौशिक ने कहा था कि बीजेपी-जेजपी सरकार को श्वेत पत्र जारी कर प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि हरियाणा में बिजली संकट क्यों है. बिजली संकट से किसानों पर काफी प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि बिजली की अनुपलब्धता के कारण उनकी फसल सूख रही है. वहीं रोहतक के कार्यकारी अभियंता प्रदीप कुमार ने कहा झज्जर में शहर में तीन घंटे से अधिक और गांवों में चार घंटे से अधिक समय तक बिजली कटौती की जा रही है. बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए झज्जर में बिजली की खपत 10 लाख यूनिट प्रति दिन तक पहुंच गई है जो पिछले साल अप्रैल में सात लाख यूनिट थी.