नई कार की खास बात यह है कि यह एक सेल्फ-चार्जिंग वाली हाईब्रिड कार होगी. भारतीय बाजार में यह Hyundai Creta को टक्कर देगी. 60 प्रतिशत तक प्योर EV (इलेक्ट्रिक वाहन) मोड में चलाया जा सकता है.
नई दिल्ली. Toyota भारत में जल्द ही एक नई कॉम्पैक्ट एसयूवी लॉन्च करने जा रहा ही है. हाल ही में कपनी ने इस अपकमिंग कार का टीजर जारी किया है. नई कार की खास बात यह है कि यह एक सेल्फ-चार्जिंग वाली हाईब्रिड कार होगी. भारतीय बाजार में यह Hyundai Creta को टक्कर देगी.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और इलेक्ट्रिक व्हीकल की ओर ऑटोमोबाइल निर्माताओं के बढ़ते झुकाव के बीच टोयोटा ने हाल ही में ‘हम है हाइब्रिड’ अभियान शुरू किया था. अभियान का उद्देश्य टोयोटा की सेल्फ-चार्जिंग हाइब्रिड पावरट्रेन तकनीक को बढ़ावा देना है. अभियान के हिस्से के रूप में, टोयोटा ने ट्विटर पर एक टीज़र शेयर किया है, जिसमें संकेत दिया गया था कि नई सेल्फ-चार्जिंग एसयूवी का लॉन्च जल्द ही होने वाली है.
नाम का नहीं हुआ खुलासा
मोटरबीम के अनुसार, अपकमिंग SUV के बारे में ज्यादा जानकारी न होने के कारण इसका कोडनेम D22 रखा गया है. कार को टोयोटा के पॉपुलर SHEV (सेल्फ-चार्जिंग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन) मिलने की संभावना है. कार मुख्य रूप से एक इलेक्ट्रिक इंजन से चलती है, जबकि इंजन का उपयोग बैटरी चार्ज करने के लिए किया जाता है. SHEV में फ्यूल एफिशिएंट में सुधार के लिए इंजन को कॉन्स्टेंट स्पीड से चलाया जाता है.
खुद से चार्ज होगी कार
SHEVs में सिस्टम में एक इलेक्ट्रिक मोटर, एक इंजन और एक निकल-मेटल हाइड्राइड बैटरी पैक होता है. जो बात इसे प्लग-इन हाइब्रिड वाहनों से अलग करती है, वह यह है कि यहां किसी बाहरी सोर्स से बैटरी चार्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है. दिलचस्प बात यह है कि D22 को इसका मारुति सुजुकी वर्जन भी मिलेगा. दोनों कंपनियों ने पार्टनरशिप के तरत टोयोटा ने Urban Cruiser और Glanza के रूप में मारुति सुजुकी के Vitara Brezza और Baleno को लॉन्च किया गया था.
80 प्रतिशत ज्यादा देगी माइलेज
अब, D22 का निर्माण टोयोटा द्वारा किया जाएगा, जो इसे मारुति सुजुकी को आपूर्ति करेगी. उम्मीद की जा रही है कि मारुति सुजुकी सिर्फ अपना बैज बदलने के बजाय कार में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी. टोयोटा के इस साल जून में कार से पर्दा उठा सकती है. जापानी ऑटोमेकर का दावा है कि उसके SHEV को 60 प्रतिशत तक प्योर EV (इलेक्ट्रिक वाहन) मोड में चलाया जा सकता है. इसके अलावा इसकी फ्यूल एफिशिएंसी 40 से 80 प्रतिशत तक बढ़ जाती है.