राजधानी दिल्ली में बिजली की मांग ने अप्रैल के महीने में रिकॉर्ड तोड़ दिया है, बुधवार को दोपहर 3.30 बजे 5769 मेगावाट दर्ज किया है. इससे पहले मंगलवार को बिजली की पीक डिमांड 5,681 मेगावाट थी.
दिल्ली में बढ़ती गर्मी की वजह से बिजली की मांग भी बढ़ने लगी है. इसी बीच बुधवार को दिल्ली में दोपहर 3.30 बजे बिजली की मांग 5769 मेगावाट दर्ज की गई है. दिल्ली में यह मांग अप्रैल में सबसे अधिक है, इससे पहले मंगलवार को दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 5,681 मेगावाट थी. टॉइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार दिल्ली में बिजली की मांग पिछला रिकॉर्ड 5,761 मेगावाट था, जो एक हफ्ते पहले 20 अप्रैल को दर्ज किया गया था.
दिल्ली में अप्रैल 2022 में बिजली मांग 2021 और 2020 में शून्य दिनों की तुलना में 18 दिनों में 5,000 मेगावाट को पार कर गई है. क्योंकि साल 2019 में सात बार 5000 मेगावाट का आंकड़ा पार किया था. दिल्ली में बढ़ती बिजली की मांग को लेकर एक अधिकारी ने कहा दिल्ली की बिजली की मांग में 1 अप्रैल से 29% की वृद्धि हुई है, जब यह 4,469 मेगावाट थी और इस साल 1 मार्च से 4,040 मेगावाट तक पहुंच गई.
दिल्ली की पीक बिजली की मांग 1 मार्च से 42% से अधिक बढ़कर 4,040 मेगावाट हो गई है. दिल्ली में बिजली की सबसे अधिक मांग इस महीने तीन मौकों पर अप्रैल में अब तक की सबसे अधिक रही है. दिल्ली में 19 अप्रैल को बिजली की मांग 5,735 मेगावाट थी और 20 अप्रैल को यह मांग 5,761 मेगावाट व बुधवार को 5,769 मेगावाट थी. वहीं बिजली की बढ़ती मांग पर केंद्र सरकार ने फैसला लेते हुए कहा है कि कोल इंडिया कोयले की सप्लाई बढ़ाए. इसके साथ ही बिजली संयंत्रों में कोयला सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, जिससे मई-जून में बिजली की मांग बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.