Wheat Rate in States: देश में आटे और गेहूं के दाम चढ़ने का सिलसिला जारी है और यहां हम आपको बता रहे हैं कि अलग- अलग राज्यों और शहरों में गेहूं का क्या दाम है-
India Wheat Rate: देश में गेहूं और आटे के दाम आसमान छू रहे हैं और इसके चलते अब सरकार के सिर पर एक नई चिंता सवार हो गई है. इसी चिंता को दूर करने और देश के नागरिकों पर से महंगे गेहूं और आटे से राहत दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के निर्यात पर भारत ने 13 मई को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है.
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हालांकि देश में आटे और गेहूं के दाम चढ़ने का सिलसिला जारी है और यहां हम आपको बता रहे हैं कि अलग- अलग राज्यों और शहरों में गेहूं का क्या दाम है-
उत्तर प्रदेश में गेहूं की प्रमुख मंडी औरेया की अकाल्डा में गेहूं का दाम 2070 रुपये प्रति क्विंटल है यानी 20.70 रुपये प्रति किलो का दाम यहां है.
उत्तर प्रदेश की अकाल्डा मंडी में गेहूं का न्यूनतम दाम 1970 रुपये प्रति क्विंटल यानी 19.70 रुपये प्रति किलो के रेट पर मिल रहा है.
महाराष्ट्र में धुले मंडी में गेहूं की अधिकतम कीमत 2090 रुपये प्रति क्विंटल है यानी 20.90 रुपये प्रति किलो के रेट पर गेहूं मिल रहा है.
महाराष्ट्र में मुंबई में न्यूनतम 2300 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 3200 रुपये क्विंटल तक अधिकतम गेहूं का दाम मिल रहा है.
गुजरात की राजकोट मंडी में गेहूं का न्यूनतम मूल्य 2165 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2375 रुपये प्रति क्विंटल तक है यानी 21.65 रुपये प्रति किलो से लेकर 23.75 रुपये प्रति क्विंटल तक गेहूं का दाम है.
राजस्थान की मशहूर भरतपुर मंडी में गेहूं का दाम 1970 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2061 रुपये प्रति क्विंटल तक है, यानी 19.70 रुपये प्रति किलो से 20.61 रुपये प्रति किलो है.
हरियाणा की सिरसा मंडी में 1950 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2000 रुपये प्रति क्विंटल तक गेहूं का न्यूनतम मूल्य है जो 2035 रुपये प्रति क्विंटल तक अधिकतम जा रहा है. यानी 19.50-20 रुपये प्रति किलो से लेकर 20.35 रुपये प्रति किलो तक जा रही है.
छत्तीसगढ़ जिसे धान का कटोरा भी कहा जाता है वो गेहूं के दाम के लिए भी सस्ते दामों के लिए जाना जा रहा है. यहां कोटा की लोकल मंडी में गेहूं का न्यूनतम मूल्य 1700 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 1900 रुपये प्रति क्विंटल तक जा रहा है. यानी 17 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 19 रुपये प्रति किलो तक यहां गेहूं खरीदा जा सकता है.
पंजाब के फरीदकोट जिले की मंडी में 1975 रुपये प्रति क्विंटल का औसत मूल्य जिसके आधार पर 19.75 रुपये प्रति किलो तक के दाम गेहूं के लिए देखे जा रहे हैं.
पश्चिम बंगाल की रामपुरहाट मंडी में 1980 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2150 रुपये प्रति क्विंटल तक के दाम गेहूं के लिए हैं यानी 19.80 रुपये प्रति किलो से लेकर 21.50 रुपये प्रति किलो के दाम गेहूं के लिए देने पड़ रहे हैं.
मध्य प्रदेश के गुना में गेहूं के लिए 1735 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2895 रुपये रुपये प्रति क्विंटल के दाम लिए जा रहे हैं और इस हिसाब से यहां कम से कम 1 किलो गेहूं के लिए 17.35 रुपये से लेकर 28.95 रुपये प्रति किलो के दाम देने पड़ रहे हैं.
कर्नाटक में गेहूं के लिए 1402 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 1500 रुपये प्रति क्विंटल तक के दाम बेल्लारी मंडी में देखे जा रहे हैं. इसके हिसाब से एक किलो गेहूं के लिए 14.02 रुपये से लेकर 15 रुपये प्रति किलो तक के दाम देने पड़ रहे हैं.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की नरेला मंडी में गेहूं के लिए 1866 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2182 रुपये प्रति क्विंटल के दाम देने पड़ रहे हैं. यानी 18.66 रुपये प्रति किलो से लेकर 21.82 रुपये प्रति किलो के दाम देने पड़ रहे हैं.
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क्यों किया भारत ने निर्यात पर प्रतिबंध जारी
भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के उपायों के तहत 13 मई से गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी है. इसके बाद विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने जारी अधिसूचना में कहा, “इस अधिसूचना की तारीख या उससे पहले जिस खेप के लिए अपरिवर्तनीय ऋण पत्र (एलओसी) जारी किए गए हैं, उस गेहूं के निर्यात की अनुमति होगी.”
डीजीएफटी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत सरकार द्वारा अन्य देशों को उनकी खाद्य सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए और उनकी सरकारों के अनुरोध के आधार पर दी गई अनुमति के आधार पर गेहूं के निर्यात की अनुमति दी जाएगी. गौरतलब है कि भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक है.