गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए सुरक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारियों के साथ मंगलवार को लगातार तीन बैठकें कीं.
Amarnath Yatra: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए सुरक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारियों के साथ मंगलवार को लगातार तीन बैठकें कीं. इस बैठक को लेकर अधिकारियों ने बताया कि हाल में नागरिकों की हत्या की घटनाओं औऱ आगामी अमरनाथ यात्रा को लेकर इन बैठकों में चर्चा कई गई. वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन अब प्रत्येक तीर्थयात्री को रेडिया फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड देगी.
यात्रियों को दिया जाएगा RFID कार्ड
बैठक में जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव ने कहा कि पहली बार हर अमरनाथ यात्री को एक RIFD कार्ड दिया जाएगा और पाँच लाख रुपये का बीमा करवाया जाएगा. इस कार्ड के सहारे यात्री की गाड़ियां या यात्री कहां है इसकी जानकारी मिल सकेगी. यात्रा के लिए टेंट सिटी, यात्रा मार्ग पर वाईफाई हॉटस्पॉट और समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही बाबा बर्फानी के ऑनलाइन लाइव दर्शन, पवित्र अमरनाथ गुफा में सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण और बेस कैंप में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
यात्रियों को न हो किसी प्रकार की समस्या
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अमरनाथ यात्रा में आने वाले यात्रियों का दर्शन सुगम हों और उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, ये मोदी सरकार की प्राथमिकता है. शाह ने अमरनाथ यात्रियों के आवागमन, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य समेत सभी आवश्यक सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के बाद ये पहली यात्रा है और अत्यधिक ऊंचाई के कारण अगर लोगों को किसी तरह की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या हो तो उसके लिए पर्याप्त इंतज़ाम होने चाहिए.
अलर्ट मोड पर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां
सुरक्षा बैठक के दौरान अमरनाथ यात्रा पर होने वाले संभावित खतरों और अभी तक खुफिया एजेंसियों के सामने आए इंपोर्ट पर भी समीक्षा की गई. बैठक में इस बात पर भी गौर किया गया कि आतंकवादी घुसपैठ के लिए सुरंग का भी सहारा ले सकते हैं. बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री ने साफ तौर पर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को आगाह किया कि वे हर संभावित खतरे से निपटने की योजना बनाएं साथ ही अमरनाथ यात्रा को सुरक्षित चलाने के लिए जितनी भी केंद्रीय फोर्स की जरूरत हो उसे मंगा लिया जाए.