Health Insurance: यह आपकी तत्काल आर्थिक जरूरत को पूरा करता है. हेल्थ रिस्क और अनिश्चितताएं जीवन का एक हिस्सा हैं. कोई कब बीमार होगा, कोई नहीं जानता लेकिन इसके लिए वित्तीय तौर पर प्लानिंग तो की जा सकती है.
Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसा फाइनेंशियल प्रोडक्ट है जो किसी मेडिकल इमरजेंसी में काम आता है. यह आपकी तत्काल आर्थिक जरूरत को पूरा करता है. हेल्थ रिस्क और अनिश्चितताएं जीवन का एक हिस्सा हैं. कोई कब बीमार होगा, कोई नहीं जानता लेकिन इसके लिए वित्तीय तौर पर प्लानिंग तो की जा सकती है. इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, इस प्लानिंग में हेल्थ इंश्योरेंस बड़ी भूमिका निभाता है. किसी भी इंसान को हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance benefits) जरूर खरीदनी चाहिए.
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पांच वजह यहां समझिए
1.बदलता लाइफस्टाइल
आज लोगों के जीने का तरीका बदल चुका है. बदलते लाइफस्टाइल ने हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं आती हैं. ट्रैवल, काम में ज्यादा व्यस्त रहना, गलत खान-पान, भोजन की क्वालिटी और प्रदूषण के बढ़ते लेवल ने स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़े जोखिम को बढ़ा दिया है. ऐसे में जानकारों का कहना है कि अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (health insurance policy) ले लें तो बेहतर रहेगा.
2. इलाज का लगातार बढ़ता खर्च
मेडिकल में आज इलाज का खर्च बेहिसाब बढ़ गया है. अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी आती है तो उपभोक्ता अपनी बचत के पैसे खर्च कर देते हैं, जो उनकी भविष्य की योजनाओं पर भारी पड़ता है. ऐसा देखा गया है कि मेडिकल इमरजेंसी से निपटने की बात आती है तो भारतीय मुख्य रूप से अपनी बचत पर निर्भर होते हैं. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस लेना सही फैसला होगा.
3. इनकम टैक्स छूट का फायदा
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, आप जब हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए प्रीमियम जमा करते हैं तो उसके बदले आप इनकम टैक्स की धारा के 80डी के तहत टैक्स कटौती के लिए पात्र हैं. इसमें 60 साल तक का व्यक्ति स्वयं के लिए या अपने पति या पत्नी या बच्चों के लिए भुगतान किए गए स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम के लिए 25,000 रुपये तक की छूट का क्लेम कर सकता है. अगर आप 60 साल और उससे ज्यादा उम्र के अपने माता-पिता के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) खरीदते हैं तो 50,000 रुपये तक की कटौती कर सकते हैं.
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4. अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों का कवरेज मिलता है
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (health insurance policy) इसलिए भी उपयोगी हो चुका है क्योंकि मुख्य मेडकिल खर्च के अलावा ओपीडी के खर्च, डायग्नोस्टिक टेस्ट का खर्च भी हाल के दिनों में काफी बढ़ा है. कंपनियां न सिर्फ अस्पताल में भर्ती होने की लागत को कवर करती हैं, बल्कि पॉलिसी द्वारा तय समय अवधि से पहले और बाद में ओपीडी और डायग्नोस्टिक टेस्ट के लिए किए गए खर्च को भी कवर करती हैं.
5. मिलते हैं एक्स्ट्रा बेनिफिट
हेल्थत इंश्योरेंस (Health Insurance) पॉलिसी में एम्बुलेंस कवरेज, डे-केयर सर्जरी के लिए कवरेज, स्वास्थ्य जांच के लिए कवरेज, स्वास्थ्य बीमा के तहत टीकाकरण खर्च जैसे एक्स्ट्रा बेनिफिट भी मिलते हैं जो अलग-अलग कंपनियों के बीच भिन्न हो सकते हैं. इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी ले लेने में ही समझदारी है.